फसल डूब गई, किसानों को नहीं मिली क्षतिपूर्ति राशि

खगड़िया। दो माह से बेलदौर प्रखंड बाढ़ की चपेट में है। यहां खेतों में लगी फसल डूब गई है लेि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 11:56 PM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 11:56 PM (IST)
फसल डूब गई, किसानों को नहीं मिली क्षतिपूर्ति राशि
फसल डूब गई, किसानों को नहीं मिली क्षतिपूर्ति राशि

खगड़िया। दो माह से बेलदौर प्रखंड बाढ़ की चपेट में है। यहां खेतों में लगी फसल डूब गई है लेकिन किसानों को क्षतिपूर्ति राशि नहीं मिली है। कोसी और काली कोसी की बाढ़ से व्यापक नुकसान हुआ है। किसानों की कमर टूट गई है। कोसी का पानी अभी स्थिर है। स्थिति यथावत है। खेत- खलिहान जलमग्न है। जिसका असर रबी की खेती पर पड़ना तय है। दुबारा बाढ़ आने से किसान परेशान हैं। प्रखंड के पचौत-दिघौन बहियार में भी फसल डूब गई है।

नहीं मिला फसल क्षति का मुआवजा कृषि कार्यालय की ओर से भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार सात हजार एक सौ 12 हेक्टेयर में लगी धान, मक्का, चारा और सब्जी की फसल बाढ़ से नष्ट हुई है, लेकिन अब तक किसानों को फसल क्षति का मुआवजा नहीं मिला है। अभी तक किसानों से आवेदन लेने की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो पाई है। फसल क्षतिपूर्ति देने में बेलदौर पीछे

विभागीय अधिकारियों और कर्मियों की लापरवाही के कारण बेलदौर में किसानों को फसल क्षतिपूर्ति की राशि नहीं मिली है। जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है। इससे पूर्व आंधी- बारिश से मक्के की फसल की क्षति हुई थी। आधे से अधिक किसानों को सरकारी सहायता नहीं मिल मिली थी। फेलिन चक्रवात से प्रभावित किसानों को सात वर्ष बाद भी फसल क्षतिपूर्ति राशि नहीं मिल पाई है। 2014 में फेलिन चक्रवात तूफान से धान की फसल नष्ट हुई थी। किसानों को क्षतिपूर्ति राशि उपलब्ध कराने के लिए विभाग ने 17 लाख रुपये प्रखंड कार्यालय बेलदौर को उपलब्ध कराया था। लेकिन महज पांच पंचायतों के किसानों के बीच फसल क्षतिपूर्ति राशि वितरित हो पाई। अभी भी 11 पंचायत के किसान टकटकी लगाए हुए हैं। 2017 की बाढ़ में हुई फसल क्षतिपूर्ति राशि अभी भी 40 प्रतिशत किसानों को नहीं मिल पाई है। एक माह पूर्व बाढ़ से हुई खरीफ फसल क्षति की रिपोर्ट भेजी गई थी। लेकिन अभी तक मुआवजा भुगतान का कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। आवंटन के अभाव में कुछ किसानों को मक्का फसल क्षतिपूर्ति की राशि नहीं भेजी गई थी, जो अब भेजी जा रही है।

-ब्रजेश कुमार ब्रजेश, कृषि समन्वयक

chat bot
आपका साथी