बारिश के बाद भी होती रही वोटों की बौछार
खगड़िया । गोगरी प्रखंड की 13 पंचायतों में बुधवार को पंचायत चुनाव के चौथे चरण का मतदान शां
खगड़िया । गोगरी प्रखंड की 13 पंचायतों में बुधवार को पंचायत चुनाव के चौथे चरण का मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। इस चरण में प्रखंड की 13 पंचायतों के 174 मतदान केंद्रों पर मतदाताओं ने वोट डाले। पंचायत की सरकार बनाने में भागीदारी करने घरों से निकले लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था। मूसलाधार बारिश भी इसके आगे फीकी पड़ गई। दिन भर मतदान केंद्रों पर वोटर उमड़ते रहे। कुछ बूथों पर शाम पांच बजे के बाद भी मतदान हुआ। मंगलवार की रात से ही बारिश शुरू थी, जो बुधवार की सुबह रफ्तार पकड़ ली। पर मतदाता के कदम रुके नहीं। वे छाता लेकर घरों से निकलने लगे। कुछ मतदाता तो भीगते हुए बूथों तक पहुंचे। तेज बारिश भी इनके कदमों को रोक नहीं पाई। बन्नी, समसपुर, झिकटिया, मदारपुर, महेशखूंट, गौछारी, पकरैल, बौरना, पौरा, बलतारा, कोयला, गोगरी व मैरा पंचायतों में मतदान हुआ। महेशखूंट पंचायत की पंचायत भवन महेशखूंट मतदान केंद्र संख्या 88 पर मूसलाधार बारिश के बीच बिचली टोला महेशखूंट निवासी अधिवक्ता रेखा देवी ने पहला वोट डाला। मतदान प्रारंभ होते ही खगड़िया डीएम आलोक रंजन घोष ने पंचायत भवन समसपुर स्थित मतदान केंद्र संख्या 41 का निरीक्षण किया। बन्नी पंचायत स्थित मध्य विद्यालय बन्नी बूथ संख्या 18 पर वार्ड सदस्य पद की ईवीएम खराब होने से आधा घंटा मतदान प्रभावित हुआ। वहीं, समसपुर पंचायत की प्राथमिक विद्यालय मंडल टोला समसपुर स्थित मतदान केंद्र संख्या 42 पर भी ईवीएम खराब होने से लगभग एक घंटा मतदान प्रभावित रहा। झिकटिया पंचायत की प्राथमिक विद्यालय काजीचक मतदान केंद्र संख्या एक पर बारिश के कारण जल जमाव हो गया। इस कारण मतदाताओं को काफी परेशानी हुई। उत्क्रमित मध्य विद्यालय महेशखूंट दो व उच्च विद्यालय मदारपुर मतदान केंद्र को आदर्श मतदान केंद्र बनाया गया था। वहां टेंट और दो दर्जन कुर्सियां लगी हुई थीं। सुविधा के नाम पर केवल पेयजल उपलब्ध था। कई मतदान केंद्रों पर कोरोना गाइड लाइन की धज्जियां उड़ती दिखी।
मतदान को लेकर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था। दिन भर पुलिस-प्रशासन की गाड़ियां दौड़ती रहीं। दोपहर बाद जब बारिश ने थोड़ी राहत दी, तो वोटिग की रफ्तार तेज हो गई। एक बार फिर से बूथों पर लंबी-लंबी लाइनें लग गईं। कुछ बूथों पर शाम पांच बजे के बाद भी मतदाता जमे रहे। जो लोग पांच बजे तक बूथ पर पहुंच चुके थे, उन्हें मतदान का मौका दिया गया।