खगड़िया में कृषि पदाधिकारी ने दिया निर्दश, खाद दुकानों पर मूल्य तालिका बोर्ड अवश्य लगाएं
समाहरणालय सभागार में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक हुई। जिसमें निर्धारित मूल्य पर उर्वरक व यूरिया उपलब्ध कराने को कहा गया।
खगड़िया। समाहरणालय सभागार में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक हुई। जिसमें निर्धारित मूल्य पर उर्वरक व यूरिया उपलब्ध कराने को कहा गया। बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से जिले के विभिन्न विधान सभा के विधायकों ने भी भाग लिया।
इस मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी मुकेश कुमार ने उपस्थित सदस्यों को अवगत कराया कि जिले में खाद की कोई कमी नहीं है। खरीफ मौसम के जून माह के लिए आवश्यक उर्वरक जिले में उपलब्ध है। कहीं से खाद की कालाबाजारी की कोई सूचना नहीं है। प्रखंड कृषि पदाधिकारियों द्वारा भी खाद की उपलब्धता एवं वितरण की नियमित मॉनीटरिग की जा रही है। 18,221 मीट्रिक टन उर्वरक जिले में है उपलब्ध
जिला कृषि पदाधिकारी ने जानकारी दी कि खरीफ मौसम में जून माह में खगड़िया में 10,052 मीट्रिक टन खाद की आवश्यकता है। जिसके विरुद्ध 18,221 मीट्रिक टन जिले में उपलब्ध है। कृषि वर्ष 2021-22 में पूरे खरीफ मौसम में खगड़िया के किसानों द्वारा 55,224 मीट्रिक टन खाद के खपत का अनुमान है। किसानों द्वारा मुख्य रूप से यूरिया, डीएपी, एनपीके एवं एमओपी खाद का प्रयोग किया जाता है।
सभी विक्रेता लगाएं मूल्य तालिका
डीएम ने जिले में खाद की पर्याप्त उपलब्धता पर संतोष जताया और जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि उर्वरकों की अद्यतन मूल्य तालिका को सभी खाद दुकानों पर ²ष्टिगोचर स्थल पर प्रदर्शित करने की व्यवस्था कराई जाए। सभी दुकान पर मूल्य तालिका बोर्ड अवश्य लगा हो। भविष्य में खाद की कोई किल्लत किसानों को न हो और न ही इसकी कालाबाजारी हो। इसकी मॉनिटरिग नियमित रूप से हर स्तर के अधिकारी करते रहें। औचक निरीक्षण करें। निर्धारित मूल्य से अधिक की वसूली किसी स्तर से न हो। किसानों की समस्याओं का फौरन समाधान किया जाए। विधायक ने कहा
अलौली विधायक रामवृक्ष सदा ने कहा कि खाद विक्रेता मूल्य तालिका प्रदर्शित नहीं करते हैं। इस पर ध्यान देना होगा। साथ ही प्रखंडों के उर्वरक विक्रेता संघ के अध्यक्ष को भी इस बैठक में शामिल करने की बात कही। वहीं परबत्ता विधायक के प्रतिनिधि ध्रुव कुमार शर्मा ने इस बात पर संतोष जताया कि जिले में खाद की कोई समस्या नहीं है और आसानी से खाद किसानों को मिल रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि खाद दुकानों पर अद्यतन मूल्य तालिका प्रदर्शित होनी चाहिए। पैक्सों को भी समय पर खाद मिलना चाहिए। ताकि उनसे संबद्ध किसानों को ससमय और आसानी से खाद उपलब्ध हो सके।