यात्रियों से डेढ़ गुणा से अधिक वसूला जा रहा बस किराया
कटिहार। ग्रामीण क्षेत्रों में निजी बस मालिक निर्धारित किराए से डेढ़ से दो गुना अधिक किराया की वसूली यात्रियों से कर रहे हैं। साथ ही यात्रियों को जानवरों की तरह ठूंसा जा रहा है। इसके बावजूद परिवहन विभाग हो या पुलिस-प्रशासन आंखों पर पट्टी बांधे सब देख रही है।
कटिहार। ग्रामीण क्षेत्रों में निजी बस मालिक निर्धारित किराए से डेढ़ से दो गुना अधिक किराया की वसूली यात्रियों से कर रहे हैं। साथ ही यात्रियों को जानवरों की तरह ठूंसा जा रहा है। इसके बावजूद परिवहन विभाग हो या पुलिस-प्रशासन, आंखों पर पट्टी बांधे सब देख रही है। किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने से ऐसे बस चालकों के होसले और बुलंद होते जा रहे हैं। अधिक किराए को लेकर यात्रियों के कुछ कहने पर उनके साथ बदसलूकी की जाती है। ऐसा ही एक मामला क्षेत्र के आदिवासी बाहुल्य गांव डुमर से पूर्णिया मार्ग पर चलने वाली बस में देखने को मिला। जहां चालीस सीटर बस में 70 से अधिक यात्रियों को भरकर ले जाया जा रहा था।
पूर्णिया से भागलपुर समेत अन्य मार्गोँ पर चलने वाली बसों में यात्रियों से प्रति किमी दो रुपये की दर से किराया वसूला जाता है। इतना ही नहीं, 40 सीटर बस में 70 से अधिक यात्रियों को इस भीषण गर्मी में ठूंसा जाता है। बच्चे, महिला और बुजुर्ग खड़े होकर सफर करने को मजबूर हो रहे हैं जबकि परिवहन नियमों के अनुसार यात्रियों के लिए एक किमी की दूरी के लिए एक रुपए से भी कम का किराया निर्धारित की गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन की कम सुविधा के कारण बस मालिक इसका फायदा उठाते हैं और भोले-भाले यात्रियों से अधिक किराया की वसूली करते हैं। पोठिया ओपी के थाना प्रभारी डा. सुनील कुमार राय ने बताया कि यदि ग्रामीण क्षेत्रों में बस मालिकों द्वारा नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है, तो उसके विरुद्ध जांच कर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए यात्रियों को बकायदा शिकायत करनी चाहिए ।