अकीदत के साथ रोजेदारों ने घरों में अदा की जुमे की नमाज

कटिहार। जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रमजान माह के अलविदा आखरी जुमे की नमाज अकी

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 10:42 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 10:42 PM (IST)
अकीदत के साथ रोजेदारों ने घरों 
में अदा की जुमे की नमाज
अकीदत के साथ रोजेदारों ने घरों में अदा की जुमे की नमाज

कटिहार। जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रमजान माह के अलविदा आखरी जुमे की नमाज अकीदत के साथ अदा की गई। कोरोना गाइडलाइन के कारण मस्जिदों में सामूहिक नमाज पर रोक रही। लोगों ने घरों में ही आखिरी जुमा की नमाज अदा की। प्रखंड क्षेत्र के दयालपुर, भरसिया, राजधानी, महेशपुर, सालेहपुर, पीरमोकाम, पोठिया, बड़ी चातर, मघेली, लक्ष्मीपुर, लोहजर सहित विभिन्न गांवों में अकीदत के साथ रोजेदारों ने लॉकडाउन का पालन करते हुए अपने अपने घरों में शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए नमाज पढ़ी। अलविदा जुमा की नमाज को लेकर आज सुबह से ही घरों की साफ सफाई व रंगरोगन किया गया। वही मस्जिदों में इमाम, मोअज्जिम व रवादिम ने ही नमाज पढ़ी। अन्य सभी लोगों ने अपने-अपने घरों में नमाज अदा की। फलका बस्ती जमा मस्जिद के पेश -ए- इमाम हाजी इजराइल कासमी ने कहा कि इबादत का महीना में अब कुछ ही दिन बचा है। अगले साल पता नहीं हम में से कौन सा शख्स फिर इस पाक मुकद्दस महीना पा सकेगा या नहीं। उन्होंने कहा कि जकात इस्लाम ए दीन के लिये एक अहम रुकन है। अल्लाह पाक ने मालदारों पर जकात फर्ज किया है। जकात से इंकार करने वाला फासिक और गुनाहगार है। कयामत के दिन बहुत बड़ी सजा का हकदार होगा। उन्होंने कहा कि सोना, चांदी रखने वाला अगर इसका जकात न निकाले तो कयामत के रोज सजा देने के लिए सोने व चांदी की तख्तियां बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जकात पर गरीबों का हक है। 2.5 प्रतिशत हिस्सा जकात व दान में देना चाहिए। अलविदा की नमाज के साथ ही लोग ईद की तैयारियों में जुट गए हैं। लॉकडाउन के कारण इस बार भी लगातार दूसरी बार ईदगाह में नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। बल्कि घरों में लोग ईद की नमाज पढ़ेंगे। इसको लेकर उत्साह परवान पर चढ़ने लगा है। बुधवार को ईद का चंाद देखे जाने की संभावना है। मौलाना इजराइल कासमी ने बताया कि अगर 29 वां चांद होता है तो ईद गुरुवार को तथा 30 वां चांद होने की स्थिति में ईद शुक्रवार को मनाया जाएगा। जिला मुख्यालय सहित विभिन्न प्रखंडों में भी लोगों ने लॉकडाउन के कारण अलविदा की नमाज अपने घरों में ही अदा की।

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