लगातार हो रही बारिश से झील में तब्दील हुआ शहर

कटिहार। पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण महानंदा नदी के जलस्तर में 70 सेमी तक की वृद्धि दर्ज की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 05:39 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 05:39 PM (IST)
लगातार हो रही बारिश से  झील में तब्दील हुआ शहर
लगातार हो रही बारिश से झील में तब्दील हुआ शहर

कटिहार। पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण महानंदा नदी के जलस्तर में 70 सेमी तक की वृद्धि दर्ज की गई है। कोसी बराज से 2.75 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किए जाने के कारण को्रसी नदी भी उफान पर है। हालांकि नदियों का जलस्तर अभी खतरे के निशान से नीचे है। सालमारी बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अधीन शिकारपुर के समीप महानंदा नदी का कटाव हो रहा है। जलस्तर में हो रही वृद्धि को देखते हुए बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अभियताओं को अलर्ट मोड पर रखा गया है। मूसलाधार बारिश से जलजमाव के कारण शहरी क्षेत्र झील में तब्दील हो गया है। ग्रामीण इलाकों में जलजमाव व कीचड़ से लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के कारण धान, मक्का व सब्जी की खेती को व्यापक पैमाने पर नुकसान हुआ है। यास से हुई फसल क्षति से किसान अभी उबर भी नहीं पाए थे कि अतिवृष्टि ने किसानों की परेशानी और बढ़ा दी है।

सड़कों व निचले इलाके के मोहल्लों में घुटने तक पानी का जमाव लगातार हो रही बारिश के कारण नगर निगम क्षेत्र के सड़कों, बाजार व निचले इलाके के मुहल्लों में भारी जलजमाव है। कई इलाकों में सड़कों व मोहल्ले की गलियों में घुटने भर पानी का जमाव है। कई घरों में बारिश का पानी प्रवेश कर जाने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर के एमजी रोड, पानी टंकी चौक, न्यू मार्केट, सदर अस्पातल रोड, बिनोदपुर सहित अन्य स्थानों पर जलजमाव है। लालकोठी, ड्राइवरटोला सहित विभिन्न मोहल्लों में भी जलजमाव से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। नगर निगम द्वारा मोटर पंप से जलनिकासी का उपाय किए जाने के बावजूद लगातार हो रही बारिश से लोगों को इस समस्या से निजात नहीं मिल पा रही है।

नदियों के जलस्तर में व़ृद्धि

लगतार हो रही बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले 12 घंटे के दौरान महानंदा नदी के जलस्तर में 70 सेमी तक की वृद्धि दर्ज की गई है। वीरपुर बराज से करीब पौने तीन लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किए जाने के कारण कोसी में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश से अगले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में भी वृद्धि होने की संभावना जताई गई है। नदियों के जलस्तर में हो रही वृद्धि को देखते हुए बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंताओं को अलर्ट मोड पर रखा गया है। नदियों का जलस्तर अभी खतरे के निशान से नीचे है। लेकिन महानंदा नदी का कटाव सालमारी बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अधीन शिकार के समीप हो रहा है। विभागीय स्तर से कटावनिरोधी कार्य किया जा रहा है। तटबंधों की निगरानी का निर्देश अभियंताओं को दिया गया है।

धान, मक्का व सब्जी की खेती को नुकसान :

लगातार हो रही बारिश ने किसानों की मुश्किल बढ़ा दी है। बारिश के कारण धान, मक्का और सब्जी की खेती को व्यापक नुकसान हुआ है। फसल क्षति को लेकर कृषि विभाग द्वारा सर्वे का निर्देश दिया है। यास तूफान से हुई फसल क्षति से अभी किसान उबर भी नहीं पाए थे कि अतिवृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी है। दियारा में कलाई फसल को भी क्षति हुई है। मौसम विभाग ने गुरूवार तक रूक रूककर मूसलाधार बारिश होने की चेतावनी दी है। हसनगंज, आजमगनर, कुर्सेला, प्राणपुर, फल्का, कोढ़ा, कदवा सहित अन्य प्रखंडों में धान और मक्का की फसल को व्यापक नुकसान हुआ है। मनसाही प्रखंड में सब्जी की फसल को बारिश ने नुकसान पहुंचाया है।

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