याद किए सेनानी, पारंपरिक ढंग से मना हूल दिवस

कटिहार। मनिहारी प्रखंड के कुमारीपुर बैरगाछी में हुल दिवस मंगलवार को पारंपरिक तरीके

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Jun 2020 10:06 PM (IST) Updated:Wed, 01 Jul 2020 06:11 AM (IST)
याद किए सेनानी, पारंपरिक ढंग से मना हूल दिवस
याद किए सेनानी, पारंपरिक ढंग से मना हूल दिवस

कटिहार। मनिहारी प्रखंड के कुमारीपुर बैरगाछी में हुल दिवस मंगलवार को पारंपरिक तरीके से मनाया गया। इस दौरान परंपरागत वाद्य यंत्रों के साथ लोगों ने अंग्रेजी हुकूमत के दमनकारी नीति, अत्याचार के खिलाफ विद्रोह के बिगुल फूंकने वाले वीर सेनानी महानायक सिदो कान्हो, चांद भैरव, फूलों झानो सहित अन्य वीरो के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया। इस मौके पर कामरेड असगर अली, होरन मंडल, विष्णुदेव उरांव, राम किस्कू, महेश मरांडी, मंजू, विष्णुदेव मुर्मू, रामरूप मुर्मू, रीतलाल मुर्मू सहित सिदों कान्हो सेवा दल बैरगाछी के सदस्य सहित कई लोग मौजूद थे। इस मौके पर कामरेड असगर अली ने कहा कि सिदो कान्हो, चांद भैरव, फूलों झानो सहित अन्य वीर सपूतों ने अंग्रेजों के खिलाफ 1855 में विद्रोह का बिगुल फूंका था तथा अंग्रेजों से डटकर मुकाबला किया था। 30 जून को अपने महानायक व वीर शहीदों की याद में हुल दिवस मनाया जाता है। अंग्रेजों की दमनकारी नीति के खिलाफ यह आजादी कि पहली लड़ाई थी। कहा कि संविधान के अनुसार आदिवासी समाज को विशेष अधिकार प्राप्त है। उन्होंने लोगों से शिक्षित होने तथा बच्चों को भी शिक्षित करने की अपील की। यद्यपि कोरोना वायरस को लेकर इस वर्ष कार्यक्रम को बृहत रूप नहीं दिया गया। वहीं दूसरी तरफ मनिहारी विधानसभा के अंतर्गत पंचायत फातेहनगर के ग्राम ओलीपुर में संथाली टोला में भी हुल दिवस मनाया गया। भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि देश के आजादी दिलाने में सिद्धो कानहू का बड़ा योगदान रहा है। अपने वीर शहीदों की याद में 30 जून को हुल दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर कालू हेम्ब्रम, लखन मुर्मू, माजे मुर्मू, लाल बासकी, टिका मरांडी, सिगराय सोरेन, मंजू किसकू, राजा मरांडी, छोटा कालू हेम्ब्रम, अनुज हेम्ब्रम सहित कई लोग मौजूद थे। मौजूद लोगों ने वीर सेनानी सिदो कान्हो, चांद भैरव, फूलों झानो के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा पुष्प अर्पित किया।

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