रेफरल अस्पताल खुद बीमार, चार में एक चिकित्सक ही पदस्थापित
कटिहार। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बरारी में 30 शैया का रेफरल अस्पताल खुद बीमार है।
कटिहार। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बरारी में 30 शैया का रेफरल अस्पताल खुद बीमार है। चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी के कारण लोगों को समुचित स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए भी अब तक मुक्कमल तैयारी नहीं की गई है। आइसोलेशन वार्ड व आक्सीजन की उपलब्धता भी सीमित है। कोरोना की दूसरी लहर में भी चिकित्सकों की कमी व पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं होने के कारण संक्रमित मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा था। पूर्व में रेफरल अस्पताल में ही पीएचसी भी मर्ज था। पीएचसी को अपग्रेड कर सीएचसी में मर्ज कर दिया गया है। रेफरल अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा का हाल बेहाल है। अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी एवं अन्य चिकित्सकीय संसाधन की कमी के कारण यहां इलाज के लिए आने वाले गंभीर मरीजों को रेफर कर दिया जाता है। रेफरल अस्पताल में शिशु रोग विशेषज्ञ तक की प्रतिनियुक्ति तक नहीं है। कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के अधिक प्रभावित होने की आशंका जताई गई है।
रेफरल अस्पताल पर पांच लाख की आबादी के इलाज का दारोमदार
रेफरल अस्पताल पर बरारी प्रखंड सहित आस पास के इलाकों की पांच लाख की आबादी के इलाज का दारोमदार है। रेफरल अस्पताल में चिकित्सक का चार पद स्वीकृत है। वर्तमान में एक ही चिकित्सक की पदस्थापना है। स्वास्थ्यकर्मियों के 30 स्वीकृत पद में 17 रिक्त है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की पदस्थापना भी रेफरल अस्पताल में नहीं है।
जर्जर हालत में रेफरल अस्पताल का भवन
रेफरल अस्पताल का दोमंजिला भवन जर्जर हालत में है। मरम्मत के नाम पर हर साल लाखों का वारा न्यारा होता है। अस्पताल भवन के छत से पानी के रिसाव होने से अस्पताल का जरूरी कागजात व अन्य चिकित्सा उपकरण भी बर्बाद हो रहा है।