शराबबंदी की नायिका के रूप में मीना की बन गई है पहचान

भूपेन्द्र सिंह बरारी (कटिहार) बरारी प्रखंड के लक्ष्मीपुर महादलित टोला वार्ड दो के निवासी दारा ऋषि की पत्नी मीना देवी की पहचान शराबबंदी की नायिका के रूप में बन चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 05:55 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 05:55 PM (IST)
शराबबंदी की नायिका के रूप 
में मीना की बन गई है पहचान
शराबबंदी की नायिका के रूप में मीना की बन गई है पहचान

भूपेन्द्र सिंह, बरारी (कटिहार) : बरारी प्रखंड के लक्ष्मीपुर महादलित टोला वार्ड दो के निवासी दारा ऋषि की पत्नी मीना देवी की पहचान शराबबंदी की नायिका के रूप में बन चुकी है। पूर्व में देसी शराब और ताड़ी के धंधे से जुड़ी मीना इस व्यवसाय से तौबा कर गत आठ माह से किराना दुकान चला अपनी गृहस्थी चला रही है।

मीना को इस कार्य में प्रोत्साहन के लिए सतत जीविकोपार्जन योजना एसजेवाई के तहत लाभान्वित किया गया है। मुख्यमंत्री द्वारा शराबबंदी लागू किए जाने तथा इसको लेकर चलाए गए जागरूकता अभियान से मीना प्रेरित हुई और शराब बनाने से तौबा करने के साथ गांव की अन्य महिलाओं को भी सतत जीविकोपार्जन योजना से जोड़ने का काम किया।

मीना के प्रयास से एक दर्जन महिला अब शराब और ताड़ी के काले धंधे से तौबा कर स्वरोजगार कार्यक्रमों से जुड़ी है। मीना को इसके लिए स्थानीय स्तर पर विरोध का भी सामना करना पड़ा। संघर्ष और ²ढृ इच्छाशक्ति के बूते क्षेत्र में शराब व नशामुक्ति को लेकर मुहिम भी चला रही है।

जीविका के बीपीएम अजीत कुमार और एसजेवाई की एमआरपी अनुपम कुमारी के प्रति कृतज्ञता जाहिर करते हुए मीना ने बताया कि अपने और अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी के लिए देसी शराब एवं ताड़ी बेचने का काम करती थी। शराब पीने वाले बुरी नजर रखते थे। ऐसे में इस काम से ग्लानि महसूस होती थी, लेकिन परिवार के भरण पोषण की चिता रहती थी। जीविका के सम्पर्क मे आकर सीता स्वयं सहायता समूह का गठन कर स्वयं और गांव की अन्य महिलाओं को भी समूह से जोड़ने का काम किया। जीविका के माध्यम से मिले 20 हजार की सहायता राशि से किराना दुकान शुरू किया। मिले रुपये से दो बकरी खरीदकर बकरीपालन का काम शुरू किया।

जीविका की एसजेवाई की एमआरपी ने बताया कि शराब और ताड़ी के धंधे को छोड़ अब मीना किराना दुकान चलाने लगी है। उसके लगन को देखते हुए जीविका द्वारा उजाला महिला ग्राम सगठन से भी जोड़ा गया है। तथा फिलहाल वे भी शराबबंदी और नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता कार्यक्रम में सहभागी बन गांव समाज के लिए नजीऱ बनी हुई है। जीविका के बीपीएम अजीत कुमार ने बताया कि मीना देवी ने अपनी मेहनत से नजीर पेश किया है।

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