चुनावी जंग से पहले ही जिला कांग्रेस में मचा घमासान

कटिहार। चुनावी जंग भले ही अभी बाकी है लेकिन जिला कांग्रेस में अंदरुनी घमासान चरम पर है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Feb 2019 12:45 AM (IST) Updated:Fri, 22 Feb 2019 12:45 AM (IST)
चुनावी जंग से पहले ही जिला कांग्रेस में मचा घमासान
चुनावी जंग से पहले ही जिला कांग्रेस में मचा घमासान

कटिहार। चुनावी जंग भले ही अभी बाकी है, लेकिन जिला कांग्रेस में अंदरुनी घमासान चरम पर है। सांसद तारिक अनवर के बयान पर सार्वजनिक तौर पर जिलाध्यक्ष प्रेम राय द्वारा आपत्ति जताए जाने के बाद पार्टी का यह विवाद सतह पर आ गया है। हालात यह है कि पूरी पार्टी गुटों में बंटती नजर रही है। गुरुवार को पार्टी के लिगल सेल के जिलाध्यक्ष निक्कू ¨सह ने पार्टी के जिलाध्यक्ष के खिलाफ जमकर विषवमन किया है। बता दें कि सांसद के अधिकांश कार्यक्रम भी पार्टी जिलाध्यक्ष की उपस्थिति नहीं रहती है। तारिक के पार्टी में आने के साथ ही तेज हो गया था अंदरुनी विवाद

बता दें कि सांसद सह वरिष्ठ नेता तारिक अनवर के पार्टी में आने के साथ ही अंदरुनी विवाद तेज गया था। परंतु पहली बार यह विवाद सार्वजनिक हुआ है। इसकी एक वजह सबकी सियासी महत्वाकांक्षा भी है। श्री अनवर पूर्व में राकांपा में थे और राकांपा से ही सांसद निर्वाचित हुए थे। राफेल मुद्?दे पर राकांपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बयान पर आपत्ति जताते हुए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और 27 अक्टूबर 2018 को दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के समक्ष कांग्रेस में शामिल हुए थे।

प्रियंका को लेकर दिए बयान पर बढ़ा विवाद अंदरुनी विवाद को हवा प्रियंका गांधी को लेकर हाल में सांसद द्वारा दिए गए बयान के बाद मिला। बता दें कि सांसद ने कहा था कि प्रियंका गांधी के आने से राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर बोझ कम हुआ है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने इस बयान की तीखी आलोचना करते हुए इसे राष्ट्रीय अध्यक्ष को कमतर आंकने की कोशिश बताया है। उन्होंने कहा कि सांसद को प्रियंका के आने से कांग्रेस के और मजबूत होने की बात कहनी चाहिए थी।

जिलाध्यक्ष के बयान पर नो कामेंट: तारिक कटिहार: इधर सांसद तारिक अनवर ने जिलाध्यक्ष द्वारा विरोध में दिए गए बयान पर कन्नी काट गए। उन्होंने कहा कि इस मामले में उनकी ओर से नो कामेंट है। उनकी कोशिश पार्टी की एकजुटता बनाए रखने की है।

कोट-

सांसद के बयान पर आपत्ति को लेकर अपने कदम पर वे अब भी कायम हैं। प्रियंका गांधी के पार्टी में आने से राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर कोई बोझ कम नहीं हुआ है। वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और देश के भावी पीएम हैं। वे सहजता के साथ पार्टी को संभाल रहे हैं और तीन राज्यों में उनके नेतृत्व में पार्टी ने जीत का परचम लहराया है। सांसद के कार्यक्रम की सूचना तक उन्हें नहीं रहती है। जहां तक लीगल सेल के अध्यक्ष का सवाल है तो गत विस चुनाव में वे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के मंच पर मौजूद रहे हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का पुतला दहन कर चुके हैं। उनके नेतृत्व में यहां तीन विस क्षेत्र में पार्टी ने जीत दर्ज की है। उनकी सलाह या विरोध की अहमियत सहज समझी जा सकती है।

प्रेम राय, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस।

कोट- पार्टी जिलाध्यक्ष पूरे संगठन को पाकेट का चीज बनाकर रखना चाहते हैं। पार्टी के पुराने व कर्मठ कार्यकर्ता तक किनारा किए जा रहे हैं। इससे आम कार्यकर्ताओं में भी गहरी नाराजगी है। इस स्थिति के चलते पार्टी की चुनावी तैयारी भी प्रभावित हो रही है। पूरी स्थिति से पार्टी के वरीय नेताओं को अवगत कराया जाएगा। -निक्कू ¨सह, जिलाध्यक्ष, लीगल सेल।

chat bot
आपका साथी