हादसा होने या फिर इमरजेंसी में इलाज कराने यहां आते हैं मरीज

संवाद सूत्र अमदाबाद (कटिहार) अमदाबाद प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रखंड की डेढ़ लाख से अधिक आबादी के इलाज का दारोमदार है। आबादी के ²ष्टिकोण से यहां चिकित्सकों की संख्या भी कम है। पीएचसी में एक भी महिला चिकित्सक नहीं है जिसके कारण जटिल प्रसव समेत अन्य मामलों में महिलाओं को इलाज के लिए यहां से रेफर कर दिया जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 09:37 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 09:37 PM (IST)
हादसा होने या फिर इमरजेंसी में   इलाज कराने यहां आते हैं मरीज
हादसा होने या फिर इमरजेंसी में इलाज कराने यहां आते हैं मरीज

संवाद सूत्र, अमदाबाद (कटिहार): अमदाबाद प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रखंड की डेढ़ लाख से अधिक आबादी के इलाज का दारोमदार है। आबादी के ²ष्टिकोण से यहां चिकित्सकों की संख्या भी कम है। पीएचसी में एक भी महिला चिकित्सक नहीं है जिसके कारण जटिल प्रसव समेत अन्य मामलों में महिलाओं को इलाज के लिए यहां से रेफर कर दिया जाता है। अमदाबाद प्रखंड ग्रामीण क्षेत्र है। प्रखंड के 14 पंचायत से विभिन्न तरह के मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अपना इलाज कराने पहुंचते हैं।

स्वास्थ्य केंद्र पर डेढ़ लाख की आबादी का भार

अमदाबाद प्रखंड में कुल 14 पंचायत है एवं यहां की आबादी करीब डेढ़ लाख से अधिक है। प्रखंड में कुछ अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी है, लेकिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एक ही है। इसके कारण मरीजों का यहां काफी दवाब रहता है। सामान्य रोग के साथ-साथ दुर्घटना समेत आपातकाल के मरीज भी यहां पहुंचते हैं। यह अलग बात है कि ऐसे मरीजों के बेहतर इलाज की यहां सुविधा नहीं है और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें यहां से रेफर कर दिया जाता है।

अमदाबाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार, यहां प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिदिन लगभग 150 से 200 विभिन्न रोगों से ग्रस्त मरीज अपना इलाज कराने पहुंचते हैं।

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पीएचसी में हैं सात चिकित्सक

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क्या कहते हैं चिकित्सक

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. शंकर दयाल सिंह ने बताया कि अमदाबाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कुल सात चिकित्सक हैं। जबकि एक जीएनएम एवं 52 एएनएम यहां कार्यरत हैं। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बताते हैं कि अमदाबाद पीएचसी में प्रतिनियुक्त सभी कर्मी अस्पताल के आसपास ही रहते हैं। इसलिए उन्हें अधिक दूरी तय नहीं करनी होती है। आबाद के हिसाब से यहां चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मी की संख्या ज्यादा होनी चाहिए, लेकिन इसी में काम चल रहा है।

दरअसल किसी भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की उचित संख्या रहने पर ही मरीजों को उचित चिकित्सा सुविधा मिल पाती है। चिकित्सा पदाधिकारी बताते हैं कि लंबे समय से चिकित्सकों की संख्या यहां यथावत बनी हुई है। यहां सरकार द्वारा जारी लिस्ट एवं उपलब्ध कराई गई दवा के अनुसार ही मरीजों को दवा लिखी जाती है।

क्या कहते हैं मरीज

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अपना इलाज कराने पहुंचे मरीज अमित सिंह, अमोल चौधरी, सोमा देवी, काजल देवी आदि बताते हैं कि हमलोग अपना इलाज कराने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाते हैं। जहां चिकित्सकों द्वारा अस्पताल में उपलब्ध सुविधा के मुताबिक इलाज किया जाता है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला रोग विशेषज्ञ की प्रतिनियुक्ति नहीं हो पाई है जिससे जटिल रोग से ग्रस्त महिला मरीजों को इलाज के लिए निजी अस्पताल का रूख करना पड़ता है।

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