कटिहार के फलका में कांग्रेस नेता और उनके भाइयों के नाम बंदोबस्त हो गई सरकारी जमीन
फलका प्रखंड में सरकारी बाबुओं की मिलीभगत से सालेहपुर पंचायत में लाखों की सरकारी जमीन कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष अब्दुल कलाम आजाद व उनके भाइयों के नाम करने का मामला सामने आया है।
कटिहार। फलका प्रखंड में सरकारी बाबुओं की मिलीभगत से सालेहपुर पंचायत में लाखों की सरकारी जमीन कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष अब्दुल कलाम आजाद व उनके भाइयों के नाम करने का मामला सामने आया है। पूरे मामले में भाजपा विधायक कविता पासवान ने जिलाधिकारी से जांच कराकर दोषी हल्का कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। क्या है पूरा मामला:
शनिवार को सालेहपुर पंचायत के सरपंच मु. आमिल उर्फ भुट्टो के पास मसोमासत समरून निशा पति स्वर्गीय कलीमुद्दीन उर्फ कारू इस मामले में गुहार लगाने पहुंची। महिला सहित स्थानीय ग्रामीणें ने कहा कि सर्वे से लेकर आज तक गैर मजरूआ बिहार सरकार के खाता संख्या: 443 एवं खेसरा:1865 रकवा 57 डिसमिल जमीन पीड़िता के दखल कब्जे में था। पीड़िता भूमिहीन है, उक्त भूमि पर खेती कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही थी। महिला का का आरोप है कि उनके दखल की जमीन को कांग्रेस नेता सह ईंट भट्ठा मालिक अब्दुल कलाम आजाद अपने तीन अन्य भाइयों के नाम से सीआइ और सीओ को मोटी रकम देकर बंदोबस्त करा लगान रसीद भी कटवा लिया है। जमीन से बेदखल कर उक्त भूमि पर ईंट भट्ठे का मिट्टी जमा कर दिया है। जमीन बंदोबस्त करने की हो जांच
स्थानीय मुखिया व सरपंच ने जमीन बंदोबस्ती की जांच कराने की मांग की है। सरपंच ने बताया कि पूर्व में भी बिचौलिया द्वारा मोरसंडा और लोहजर मौजा में करीब 40 एकड़ सरकारी भूमि को अपने और अपने स्वजन के नाम से कराने के मामले में जांच अधर में लटकी हुई है। यह पूरा मामला अब राजनीतिक रंग लेने लगा है। भाजपा प्रखंड अध्यक्ष शंभू नाथ चौधरी ने सरकारी जमीन कांग्रेस नेता और उनके भाइयों के नाम करने के मामले को गंभीर बताया है। उधर प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष ने इस मामले में कहा कि उक्त जमीन का बंदोबस्त उन्होंने पूर्व में ही कराया था।
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क्या बोली विधायक कोढ़ा विधायक कविता पासवान ने कहा कि यह गंभीर मामला है। जिलाधिकारी से जांच करा दोषी के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की गई है। जरूरत हुई तो विधानसभा में भी यह मामला उठाया जाएगा।
क्या बोले अंचलाधिकारी प्रभारी अंचलाधिकारी गुलाम शाहिद ने कहा कि मामले की जांच कर बंदोबस्त निरस्त करने को लेकर विभाग को लिखा गया है। गलत तरीके से बंदोबस्त होने की बात सामने आने पर दोषी के विरूद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।