जलस्तर वृद्धि के एक दशक पूर्व के ट्रेंड पर दिख रही है गंगा

कटिहार। समय पूर्व मॉनसून के प्रवेश करने यास चक्रवात के कारण गंगा की सहायक नदियों के जल संग्रहण में तेज बारिश के कारण जून माह में ही गंगा नदी का जलस्तर अप्रत्याशित रूप से बढ़ने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 10:14 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 10:14 PM (IST)
जलस्तर वृद्धि के एक दशक पूर्व  के ट्रेंड पर दिख रही है गंगा
जलस्तर वृद्धि के एक दशक पूर्व के ट्रेंड पर दिख रही है गंगा

कटिहार। समय पूर्व मॉनसून के प्रवेश करने, यास चक्रवात के कारण गंगा की सहायक नदियों के जल संग्रहण में तेज बारिश के कारण जून माह में ही गंगा नदी का जलस्तर अप्रत्याशित रूप से बढ़ने लगा है। अमूमन जून के अंतिम सप्ताह से गंगा के जलस्तर में धीरे-धीरे वृद्धि दर्ज की जाती थी, लेकिन इस वर्ष एक दशक बाद गंगा के जलस्तर में वृद्धि का यह ट्रेंड दिखाई दे रहा है। पिछले 12 घंटे के दौरान नदी के जलस्तर में सोमवार दोपहर तक 14 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई है।

विभागीय जानकारी के मुताबिक जून माह में पिछले एक दशक के दौरान सबसे अधिक बारिश रिकार्ड की गई है। कोसी, महानंदा एवं गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्र में तेज बारिश होने के कारण इन नदियों का पानी गंगा में मिलने के कारण जून के दूसरे सप्ताह से ही गंगा का जलस्तर दूसरी नदियों के अनुपात में तेजी से बढ़ने लगा। महानंदा नदी का जलस्तर सोमवार को फालिग ट्रेंड में दर्ज किया गया है। दो आक्राम्य स्थलों को छोड़ महानंदा के जलस्तर में सभी स्थानों पर दो से तीन सेमी तक की कमी दर्ज की गई है। जबकि बरंडी एवं कोसी नदी के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अगले दो तीन दिनों में गंगा का जलस्तर और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। हर वर्ष 22 जून से गंगा का जलस्तर बढ़्ना शुरू होता था। पिछले वर्ष जून माह में गंगा का जलस्तर औसत 25 मीटर से भी कम दर्ज किया गया था।

बाल्मिकी नगर से 4.12 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज से बढ़ा दबाव :

नदियों के जलग्रहण क्षेत्र एवं नेपाल में लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा, कोसी, गंडक, बागमती सहित अन्य सहायक नदियों के जलस्तर पर दबाव बढ़ा। चार दिन पूर्व बाल्मिकी नगर बराज से 4.12 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया। जून माह में पिछले 12 वर्ष में पहली बार बाल्मिकी नगर बराज से चार लाख से अधिक क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया। सहायक नदियों का पानी गंगा में मिलने के कारण जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि का कारण बताया जा रहा है।

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पिछले तीन दिनों में गंगा नदी का जलस्तर

19 जून- रामायणपुर में जलस्तर- 24.32 मीटर, वृद्धि 21 सेमी

काढ़ागोला में जलस्तर- 25.82 मीटर, वृद्धि 37 सेमी

20 जून- रामायणपुर में जलस्तर- 24.71 मीटर, वृद्धि 36 सेमी

काढ़ागोला में जलस्तर- 26.56 मीटर, वृद्धि 50 सेमी

21 जून- रामायणपुर में जलसतर- 25.22 मीटर, वृद्धि- 14 सेमी

काढ़ागोला में जलस्तर- 27.25 मीटर, वृद्धि, 13 सेमी

चेतावनी स्तर रामायणुपर में 26.65 मीटर

काढ़ागोला में- 28.96 मीटर

डेंजर लेवल रामायणपुर में- 27.86 मीटर

काढगोला में- 29.87 मीटर

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वर्ष 2020 में गंगा के जलस्तर में 19 जून से 21 जून तक जलस्तर 23 से 24 मीटर के बीच दर्ज किया गया था।

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