महानंदा नदी के जलस्तर में 15 सेमी की वृद्धि

कटिहार। लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। शुक्रवार को मह

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 10:30 PM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 05:04 AM (IST)
महानंदा नदी के जलस्तर में 15 सेमी की वृद्धि
महानंदा नदी के जलस्तर में 15 सेमी की वृद्धि

कटिहार। लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। शुक्रवार को महानंदा के जलस्तर में छह घंटे के दौरान 15 सेमी तक की वृद्धि दर्ज की गई है। कोसी नदी का जलस्तर स्थिर बना हुआ है। गंगा के जलस्तर में एक सेमी की मामूली गिरावट दर्ज की गई है। बरंडी नदी खतरे के निशान से छह सेमी ऊपर बह रही है। महानंदा के जलस्तर में इस वर्ष जुलाई माह के बाद सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई है। हालांकि हाई फ्लड लेवल से महानंदा अभी नीचे बह रही है। नदी के जलस्तर में वृद्धि के साथ बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। महानंदा नदी खतरे के निशान से 80 सेमी ऊपर है। झौआ में महानंदा का जलस्तर 32.20 मीटर दर्ज किया गया है। शुक्रवार की सुबह जलस्तर 32.05 मीटर था। बहरखाल में 31.85 मीटर, आजमनगर में 30.80 मीटर, धबौल में 30.05 मीटर, कुरसेल में 32.30 मीटर, दुर्गापुर में 28.95 मीट, गोविदपुर में 27.04 मीटर दर्ज किया गया है। गंगा नदी का जलस्तर रामायणपुर में 25.75 मीटर तथा काढ़ागोला में 29.05 मीटर दर्ज किया गया है। एनएच के समीप डुमर में बरंडी नदी का जलस्तर 30.66 मीटर तथा कुरसेला ब्रिज के समीप कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे 29.35 मीटर दर्ज किया गया है। कारी कोसी 27.14 मीटर पर बह रही है। गंगा नदी का जलस्तर स्थिर होने के कारण कटाव तेज गति से होने लगा है। मनिहारी के सिग्नल टोला में गंगा के कटाव ने रौद्र रूप ले लिया है।

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