उड़नदस्ता दल का वाहन सीसीटीवी कैमरे से रहेगा लैस
कटिहार। विधानसभा चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने को लेकर निर्वाचन आयोग के
कटिहार। विधानसभा चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने को लेकर निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देश पर पुख्ता तैयारी की जा रही है। खासकर मतदाताओं को डराने, धमकाने, रुपये या उपहार का प्रलोभन देने के मामले पर पैनी नजर रखी जा रही है। आयोग के निर्देश पर उड़नदस्ता दल के लिए प्रयुक्त होने वाले वाहनों को सीसीटीवी या वीडियो कैमरा से लैस किया जाएगा। राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारक या दलीय पदाधिकारी अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिए एक लाख रुपये ले जाए जाने की स्थिति में एसएसटी टीम द्वारा नगद बरामदगी पर राशि को जब्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए दलीय पदाधिकारी को संबंधित दल के कोषाध्यक्ष से राशि दिए जाने के उद्देश्य संबंधी प्रमाणपत्र दिखाना होगा। प्रतिनियुक्त एसएसटी दंडाधिकारी प्रमाणपत्र की एक कॉपी अपने पास रख लेंगे। 10 लाख या इससे अधिक की राशि बरामद होने रुपये के दुरूपयोग होने का संदेह नहीं होने पर राशि जब्त नहीं की जाएगी, लेकिन एसएसटी टीम द्वारा इसकी जानकारी आयकर विभाग को दी जाएगी। जांच के दौरान प्रत्याशी या उनके एजेंट के वाहन से 50 हजार से अधिक की राशि या 10 हजार से अधिक मूल्य के उपहार सामग्री पाए जाने तथा इसका उपयोग मतदाताओं को प्रलोभन दिए जाने की आशंका होने पर जब्त किए जाने की कार्रवाई होगी। वोटरों को धमकी या प्रलोभन देने वालों को एक वर्ष जेल, जुर्माना की सजा हो सकती है। एसएसटी टीम द्वारा राशि सहित अन्य सामग्री की बरामदगी से संबंधित वीडियो सीसीटीवी में निर्वाची पदाधिकारी को प्रतिदिन प्रेषित करना होगा। बूथ स्तरीय जागरूकता समूह द्वारा अपने क्षेत्र में निर्वाचन संबंधी किसी तरह की अनियमितता की शिकायत किए जाने पर उड़नदस्ता को त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। मतदान के दिन पश्चिम बंगाल एवं झारखंड से लगती सीमा तथा जांच के लिए बनाए गए चेकपोस्ट पर स्थानीय पुलिस के साथ अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी की जाएगी।