बारसोई में लोकल ट्रेनों के परिचालन की उठी मांग

कटिहार। विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रुप से शासन-प्रशासन से कोरोना काल में बंद पड़ी लोकल ट्रेनों को चलाने की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 10:01 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 10:01 PM (IST)
बारसोई में लोकल ट्रेनों के 
परिचालन की उठी मांग
बारसोई में लोकल ट्रेनों के परिचालन की उठी मांग

कटिहार। विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रुप से शासन-प्रशासन से कोरोना काल में बंद पड़ी लोकल ट्रेनों को चलाने की मांग की है। इस संबंध में जदयू जिला मीडिया सेल के संयोजक रोशन अग्रवाल ने कहा कि कटिहार से आने-जाने वाली राधिकापुर, किशनगंज-सिलीगुड़ी, तेलता इत्यादि पैसेंजर ट्रेनों को कोरोना के चलते रेल प्रशासन द्वारा बंद कर दिया गया था। उन्हीं बंद ट्रेनों को चलाने की मांग लगातार की जा रही है, ताकि लोग जिला मुख्यालय और आसपास के बाजारों में कम खर्च में आ-जा सकें और अपने रोजमर्रा के काम को निपटा सकें। कहा कि इसके लिए संबंधित सभी वरीय प्रतिनिधियों और रेल प्रशासन को लिखित आवेदन दिया जा चुका है। परंतु आज तक सुनवाई नहीं हुई है। जबकि अन्य रेल मंडलों के लोकल ट्रेनों को बहुत पहले ही खोल दिया गया है। वहीं मोटी कमाई देने वाली एक्सप्रेस ट्रेनें पिछले कई महीनों से आराम से चल रही हैं। इस संबंध में भाजपा नेता पिटू यादव ने कहा कि रेल मंत्री को लोकल ट्रेन चलाने के लिए कई बार ज्ञापन भेजा जा चुका है, साथ ही कई महत्वपूर्ण ट्रेनों के ठहराव की भी मांग की गई है। परंतु आज तक मांगे पूरी नहीं हुई। मजदूर एकता विकास मंच के संचालक सुरेश चौधरी ने कहा कि बारसोई अनुमंडल क्षेत्र की जनता जिला मुख्यालय आने-जाने के लिए काफी संघर्ष कर रही है। लोकल ट्रेन बंद होने से एक तरफ जहां कटिहार आने जाने में सारा दिन समाप्त हो जाता है, वहीं 300-400 रूपये खर्च हो जाते हैं। जबकि लोकल ट्रेन चलने से गरीब लोग 50 रूपये से भी कम में जिला मुख्यालय से घूम कर आ जाते थे। कहा कि कमाई वाले सारी ट्रेनों को खोल दिया गया है वहीं लोकल ट्रेनों को महीनों से बंद रखा गया है। जिसके चलते गरीब जनता परेशान है। डीजल-पेट्रोल के महंगा हो जाने से सफर करना काफी कठिन हो गया है। सड़क मार्ग से सफर करने पर आठ गुना अधिक खर्च लगता है और समय भी काफी लगता है। लोगों ने कटिहार के सांसद, विधान पार्षद तथा विधायकों के अलावा डीआरएम से जल्द से जल्द बंद लोकल ट्रेनों को चलवाने की मांग की है।

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