लॉकडाउन में कच्चे आम से जेली तैयार कर रही है संगीता

कटिहार। कोरोनाकाल ने आर्थिक गतिविधि पर ब्रेक लगा दिया है। कई लोगों का रोजगार छिन जाने

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 09:42 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 09:42 PM (IST)
लॉकडाउन में कच्चे आम से 
जेली तैयार कर रही है संगीता
लॉकडाउन में कच्चे आम से जेली तैयार कर रही है संगीता

कटिहार। कोरोनाकाल ने आर्थिक गतिविधि पर ब्रेक लगा दिया है। कई लोगों का रोजगार छिन जाने के कारण उन्हें आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ रहा है। दैनिक मजदूर, दुकानदार सहित छोटे व्यापारी कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन से अधिक प्रभावित हुए हैं। लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवा की दुकानों को छोड़ अन्य दुकान बंद रहने से खरीद बिक्री पर भी असर हो रहा है। इसका सीधा असर रोजगार सृजन पर हो रहा है। हालांकि कुछ लोगों ने आपदा में भी अवसर की तलाश कर घर बैठे ही अपनी आमदनी बढ़ा रहे हैं। कोढ़ा प्रखंड के रौतारा पंचायत की संगीता बनर्जी अपने पति के साथ मिलकर आपदा को अवसर में बदलकर आंधी तूफान में अपने बगीचे के पेड़़ से टूटे कच्चे आम को एकत्र कर घर में ही उसकी जेली तैयार कर रही है। घर में बनाए गए जैली को डिमांड के आधार पर होम डिलीवरी भी कर रही हैं। कई लोग जैली खरीदने उनके घरों तक भी पहुंच रहे हैं। संगीता ने बताया कि पूर्व में वह रांची से जेली, अचार आदि बनाने की ट्रेनिग ले चुकी है। लेकिन घरेलू कार्य में व्यस्त रहने के कारण इसे रोजगार के रूप में अपनाने की कोशिश नहीं की। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण घर में बैठे- बैठे इसे रोजगार के रूप में अपनाने का ख्याल आया। आंधी में बगीचे में गिरे कच्चे आम से दो तरह की जेली बना रही है। एक शुगर फ्री जेली है तथा दूसरे तरह की जेली को तैयार करने में चीनी का प्रयोग किया गया है। शुरूआत में 250 ग्राम के 24 डिब्बे की पैकिग करने में 550 रूपया का खर्च आया। मार्केटिग के लिए सैंपल के तौर पर फेरीवाले तथा गांव के लोगों को फ्री में खाने को उपलब्ध कराया। स्वाद और गुणवत्ता के कारण जेली की डिमांड बढ़ने लगी। कोरोना काल और लॉकडाउन के बाद इसकी ब्रांडिग कर इस कारोबार को और विस्तारित करने की योजना है। संगीता बताती हैं कि इस काम में पति कालिदास बनर्जी का पूरा सहयोग मिलता है। उन्होंने बताया कि गांव की महिलाओं को भी जेली तैयार करने का टिप्स देकर स्वरोजगार से जोड़ने का काम करेंगी।

chat bot
आपका साथी