कोरोनाकाल में रक्तदान में आई कमी, अब युवाओं से की जा रही है अपील

कटिहार। कोरोनाकाल में रक्तदान में कमी आने से ब्लड बैंक भी प्रभावित हुआ है। ब्लड बैंक में

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 09:30 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 12:44 AM (IST)
कोरोनाकाल में रक्तदान में आई कमी,
अब युवाओं से की जा रही है अपील
कोरोनाकाल में रक्तदान में आई कमी, अब युवाओं से की जा रही है अपील

कटिहार। कोरोनाकाल में रक्तदान में कमी आने से ब्लड बैंक भी प्रभावित हुआ है। ब्लड बैंक में रक्त की कमी होने स. युवाओं से रक्तदान करने की अपील की जा रही है। कोरोना संकट के बीच अन्य घातक बीमारी से ग्रस्त लोग भी इलाज संबंधी परेशानी का सामना कर रहे हैं। इनमें कई मरीजों को खून चढ़ाने की जरूरत होती है। रक्तदान में कमी आने से समय पर कई मरीजों को खून उपलब्ध नहीं हो पाता है।

वैक्सीनेशन के 14 दिनों बाद कर सकते हैं रक्तदान :

स्टेट रिसोर्स यूनिट के मैटरनल हेल्थ इकाई के डॉ. प्रमोद ने लोगों से कोरोना वैक्सीनेशन से पूर्व रक्तदान करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बड़े पैमाने पर 18 वर्ष या इससे से अधिक आयुवर्ग के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। ऐसे में वैक्सीनेशन के साथ-साथ जरूरतमंदों के लिए रक्त की मांग को पूरा करने रक्तदान भी आवश्यक है। कोरोना टीका के पहले या दोनों डोज लेने के 14 दिनों बाद रक्तदान किया जा सकता है।

रक्तदान से शरीर में बनता है नया खून :

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. डीएन झा ने कहा कि रक्तदान महादान है। कोरोनाकाल में सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए रक्तदान किया जा सकता है। रक्तदान का कोरोना संक्रमण से कोई संबंध नहीं है। रक्तदान से शरीर में नई रक्त कोशिकाओं का निर्माण होता है। रक्तदान से ह्रदयाघात की संभावना कम होती है। रक्तविकार संबंधी कई बीमारियों में खून की जरूरत होती है। थैलीसीमिया, हीमोफीलिया और ब्लड कैंसर से ग्रस्त लोगों को रक्त की हमेशा जरूरत होती है। एनीमिया पीड़ित गर्भवती महिलाओं के प्रसव संबंधी जोखिम को कम करने के लिए भी रक्त की जरूरत होती है। खून की आवश्यकता की पूरी करने के लिए ब्लड बैंक में पर्याप्त मात्रा में खून का उपलब्ध होना भी जरूरी है। इसके लिए रक्तदान में लोगों को आगे आने की जरूरत है।

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