सीटी स्कैन से बचें,जरूरत होने पर कराएं डिजिटल एक्स-रे

कटिहार। कोरोना महामारी से डरने के बजाय आत्मबल मजबूत रखने की जरूरत है। कोरोना के लक्ष

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 11:02 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 11:02 PM (IST)
सीटी स्कैन से बचें,जरूरत होने 
पर कराएं डिजिटल एक्स-रे
सीटी स्कैन से बचें,जरूरत होने पर कराएं डिजिटल एक्स-रे

कटिहार। कोरोना महामारी से डरने के बजाय आत्मबल मजबूत रखने की जरूरत है। कोरोना के लक्षण महसूस होने कभी भी घबराहत में बिना किसी चिकित्सकीय सलाह के सीटी स्कैन नहीं कराना चाहिए। सीटी स्कैन मनुष्य के स्वास्थ्य विपरीत असर डालता है।

स्वास्थ्य विभाग के मेडिकल ऑफिसर डॉ. प्रेम रंजन ने आवश्यकता महसूस होने पर चिकित्सक की सलाह पर ही डिजिटल एक्स-रे कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले चरण के कोरोना वायरस संक्रमण से जीवन में बुहत कुछ सीखने को मिला है। उन्होंने कहा कि सीटी स्कैन से सामान्य एक्स रे से 300 गुना अधिक रेडिएशन निकलता है। इससे कैंसर जैसी घातक बीमारी होने का खतरा भी बना रहता है। कोरोना की दूसरी लहर में बिना डॉक्टर की सलाह के भी कई लोगों द्वारा सीटी स्कैन कराने की बात सामने आई है। यह मानव स्वास्थ्य के खतरा है। कोरोना के संदिग्ध लक्षण से गस्त होने पर तुरंत कोरोना की जांच कराएं। पॉजिटिव होने पर चिकित्सक से सलाह लेकर होम आइसोलेट हो जाएं। उन्होंने कहा कि बदलते मौसम में सर्दी, जुकाम व बुखार आम समस्या होती है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। हर सर्दी, खांसी और बुखार कोरोना नहीं होता है। यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाता है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी को टीका लेना चाहिए। यह पूरी तरह सुरक्षित है। वर्तमान समय मे कोरोना से अचानक कई लोग गंभीर हालत में पहुंच जाते हैं । संक्रमित होने पर समय पर डॉक्टर की सलाह से दवा शुरू करने से 90 प्रतिशत लोग होम आइसोलेशन में ही स्वस्थ हो रहे हैं। आठ से 10 प्रतिशत लोगों को ही अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आती है। इसमें भी पांच से छह प्रतिशत लोगों को ही ऑक्सीजन की जरूरत महसूस होती है।

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