शहर में जलजमाव व कचरे का ढेर बढ़ा रहा कोरोना का भय
कटिहार। कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को लेकर शहरवासियों में व्याप्त भय अब जलजमाव व
कटिहार। कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को लेकर शहरवासियों में व्याप्त भय अब जलजमाव व यत्र-तत्र लगे कचरे के ढेर से और बढ़ने लगा है। कोरोना से बचाव को लेकर साफ-सफाई की अनिवार्यता के बीच शहर की यह स्थिति बड़ा सवाल बनता जा रहा है। लोगों को लग रहा है कि इस स्थिति से कोरोना का संकट यहां और गहरा सकता है। यद्यपि नगर निगम अपने स्तर से साफ-सफाई को लेकर जतन भी कर रही है, लेकिन जलजमाव की समस्या यहां के लिए लाइलाज बीमारी बन चुका है। जलजमाव के कारण शहर की साफ-सफाई भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। बारिश व जलजमाव के कारण मुख्य चौक चौराहे सहित नगर निगम क्षेत्र के कई मोहल्ले का कूड़ा तक नहीं उठ पा रहा है। सड़कों व गलियों में बहते नाले का पानी व कचरों का दुर्गंध लोगों की नींद हराम कर रखी है।
कई मोहल्लों की स्थिति नारकीय
जलजमाव की समस्या झेल रहे शहरवासियों के लिए मानसून की आहट ही दर्द बढ़ा देता है। इस बार अत्यधिक बारिश के क्रम से स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। बता दें कि बारिश के कारण शहर के एक दर्जन मोहल्ले की स्थिति नारकीय हो गई है। इन मोहल्ले के लोग बारिश के बाद घर से बाहर निकलने से भी परहेज करते हैं। मुख्य रूप से शहर के सलामत नगर, कुली पाड़ा, अनाथालय रोड, प्रोफेसर कॉलोनी, नया टोला, नवनीत नगर, बरमसिया, रामनगर, प्रेम नगर, ललियाही, बैगना, प्रभातनगर, गामी टोला आदि मोहल्ले की स्थिति गंभीर रहती है। कई मोहल्ले में लोग चचरी पुल के सहारे मुख्य सड़क तक पहुंचते हैं। जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण बारिश लोगों का दर्द बढ़ा रही है। जललजमाव से शहर की सड़कों पर भी बारिश के बाद गुजरना मुश्किल हो गया है। न्यू मार्केट, गर्ल्स स्कूल रोड, गामी टोला, एमजी रोड, अनाथालय रोड, पानी टंकी चौक, फल पट्टी आदि सड़कों पर पानी जमा रहने के कारण लोग परेशानी झेल रहे हैं।