बिना महिला चिकित्सक के ही चल रहा है प्राणपुर में सीएचसी

संवाद सूत्र रोशना (कटिहार) प्राणपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में समुचित सुविधाओं का घोर अभाव है। चिकित्सक की कमी के कारण मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 07:56 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 08:02 PM (IST)
बिना महिला चिकित्सक के ही  चल रहा है प्राणपुर में सीएचसी
बिना महिला चिकित्सक के ही चल रहा है प्राणपुर में सीएचसी

संवाद सूत्र, रोशना (कटिहार): प्राणपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में समुचित सुविधाओं का घोर अभाव है। चिकित्सक की कमी के कारण मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। स्वास्थ्य केंद्र में टेक्नीशियान के अभाव में एक्सरे मशीन बंद पड़ा है। मरीज बाहर से एक्सरे कराने को विवश हैं। यहां महिला चिकित्सक भी नहीं है, जिस वजह से महिलाओं का समुचित इलाज यहां नहीं हो पाता है। स्वास्थ्य केंद्र में तीन एमबीबीएस चिकित्सक और तीन आयुष चिकित्सक है। पर्याप्त संख्या में चिकित्सक और नर्सों के नहीं होने से मरीजों को निजी अस्पताल में इलाज कराने के लिए विवश होना पड़ता है।

प्राणपुर प्रखंड की 12 पंचायत की तकरीबन दो लाख की आबादी का इस स्वास्थ्य केंद्र पर दारोमदार है। यहां पर्याप्त चिकित्सीय सुविधा नहीं रहने से गंभीर मरीजों को रेफर कर दिया जाता है।

जर्जर स्थित में है एंबुलेंस

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स्वास्थ्य केंद्र में मात्र एक ही एम्बुलेंस है, जो हमेशा खराब रहता है। जिसके कारण गंभीर मरीजों को भी अपने निजी वाहन से स्वास्थ्य केंद्र पहुंचना पड़ता है। कई बार ग्रामीणों द्वारा नया एम्बुलेंस की मांग की गई, परंतु अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है। चिकित्सक की कमी एवं संसाधन के अभाव में यहां के लोगों को समुचित स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। बिहार-बंगाल का सीमा क्षेत्र होने के कारण हर दिन पश्चिम बंगाल से भी कुछ लोग इलाज कराने के लिए स्वास्थ्य केंद्र पहुंच जाते हैं।

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क्या कहते हैं मरीज :

स्वास्थ्य केंद्र के बाहर मरीज संजय कुमार से चिकित्सीय सुविधा के संबंध में पूछे जाने पर बताया कि यहां न तो विशेषज्ञ चिकित्सक हैं और न ही महिला चिकित्सक। किसी तरह सामान्य मरीजों का इलाज हो पाता है। गंभीर मरीजों के आने पर उसे रेफर कर दिया जाता है। समय पर फोन करने पर लोगों को एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिलती है। किसी भी प्रकार की जांच के लिए निजी लैब जाना पड़ता है। स्वास्थ्य केंद्र में समुचित इलाज नहीं मिलने पर गांव के गरीब लोग पैसा खर्च कर निजी क्लिनिक में इलाज करवाते हैं।

क्या कहते हैं चिकित्सा पदाधिकारी :

प्राणपुर स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डा एमके चौधरी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में कुछ कर्मियों की कमी रहने से परेशानी होती है। यहां एमबीबीएस चिकित्सक की भी कमी है और महिला चिकित्सक की भी पदस्थापना नहीं की गई है। स्वास्थ्य केंद्र में मात्र एक एम्बुलेंस है। इसमें खराबी की वजह से मरीजों को कई बार इसकी सुविधा नहीं मिल पाती है।

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