महिला कॉलेज में माली संभालते हैं काउंटर
कटिहार। जिले के इकलौता महिला कॉलेज में वहां के माली काउंटर संभालते हैं। वे अपने मूल कार्य बागवानी को छोड़कर कॉलेज का हर एक काम करते हैं। यहां अध्यनरत छात्राओं को नामांकन लेना हो सर्टिफिकेट टीआर देखना हो या कोई अन्य काम। सब काम इन्हीं के भरोसे होता है जबकि कॉलेज में कार्यालय कार्य के लिए तीन लिपिक कार्यरत हैं।
कटिहार। जिले के इकलौता महिला कॉलेज में वहां के माली काउंटर संभालते हैं। वे अपने मूल कार्य बागवानी को छोड़कर कॉलेज का हर एक काम करते हैं। यहां अध्यनरत छात्राओं को नामांकन लेना हो, सर्टिफिकेट, टीआर देखना हो या कोई अन्य काम। सब काम इन्हीं के भरोसे होता है जबकि कॉलेज में कार्यालय कार्य के लिए तीन लिपिक कार्यरत हैं।
महिला कॉलेज में कोरोना काल से ही साफ सफाई नहीं होने से परिसर में जंगलों का अंबार सा लग गया हैं। साफ-सफाई छोड़ माली काउंटर संभाले में व्यस्त रहते हैं। कॉलेज में तीन लिपिक रहते हुए भी प्राचार्य प्रो. रमेश कुमार सिंह के द्धारा माली आशुतोष दास से टीआर, मार्क्ससीट आदि चीजों का वितरण करवाया जाता हैं। कई नामांकित छात्राओं ने बताया कि कॉलेज परिसर में नियमित रूप से साफ सफाई नहीं होने से जंगलों का अंबार सा लग गया हैं। माली को बागवानी करने और पेड-पौधे की देखरेख के लिए रखा गया हैं, लेकिन वे अपने मूल कार्यो को छोड़ काउंटर संभालने में व्यस्त रहते हैं। साथ ही टीआर और मार्क्ससीट की मांग करने पर रुपये की मांग की जाती हैं। महिला कॉलेज में अनियमितताओं पर अकुंश नहीं लगने के कारण छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।
इधर कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. रमेश कुमार सिंह ने बताया कि कर्मचारी के अभाव में माली आशुतोष दास से कार्यालय का कार्य लिया जाता है।