दिन में खिल रही धूप, शाम ढ़लते ही बढ जाती है ठंड

जागरण संवाददाता कटिहार यूं तो 15 नवंबर के बाद से ही ठंड का असर धीरे-धीरे दिखने लगा लेकिन अब अधिकतम और न्यूनतम तापमान में आ रही गिरावट से मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 09:34 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 09:34 PM (IST)
दिन में खिल रही धूप, शाम ढ़लते ही बढ जाती है ठंड
दिन में खिल रही धूप, शाम ढ़लते ही बढ जाती है ठंड

जागरण संवाददाता, कटिहार: यूं तो 15 नवंबर के बाद से ही ठंड का असर धीरे-धीरे दिखने लगा, लेकिन अब अधिकतम और न्यूनतम तापमान में आ रही गिरावट से मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल रहा है। एक-दो दिनों की ठंड के बाद फिलहाल दिन में धूप खिलने से लोगों को राहत मिल रही है लेकिन शाम ढ़लने के साथ ही ठंड बढ़ने लगती है। पिछले एक सप्ताह से ठंड दिनानुदिन बढ़ ही रही है। मौसम विभाग की मानें तो 10 दिसंबर के बाद तापमान में और ज्यादा गिरावट के साथ ठंड का असर बढ़ेगा। वैसी स्थिति में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट आ सकती है। दिन में धूप निकलने से फिलहाल लोगों को राहत तो है। लेकिन धूप का असर कम होते ही सर्दी का असर दिखने लगेगा।

अभी अधिकतम तापमान 25 से 28 डिग्री के बीच तो न्यूनतम तापमान 15 से 17 डिग्री के बीच रह रहा है। सुबह में कुहासे का भी असर रहता है। हालांकि सुबह में सात बजे तक मौसम साफ हो जाता है और धीरे-धीरे धूप भी निकलने लगती है। इससे स्कूली बच्चे, बुजुर्ग, बीमार समेत आम लोगों को राहत है। दिन में शर्ट के अंदर एक इनर से भी काम चल रहा है, लेकिन शाम ढ़लते ही गर्म कपड़े की जरूरत महसूस होने लगती है। दिन में चलने वाली हल्की पछुआ हवा का असर वातावरण पर भी दिख रहा है। दिन के धूप में यह ज्यादा प्रभावी नहीं होता है लेकिन शाम होते ही यह ठंड बढ़ा देती है। पांच दिसंबर तक अधिकतम तापमान 28 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 18 डिग्री के आस-पास तक रह सकता है।

फिलहाल इस तरह के मौसम का फायदा किसानों को भी मिल रहा है। धूप खिलने से जहां धान की फसल तैयार करने में सहूलियत हो रही है वहीं रबी फसल लगाने में भी मदद मिल रही है। दुर्गापूजा के बाद अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में अचानक हुई बारिश के कारण रबी फसल लगाने के लिए किसानों को खेत तैयार करने में परेशानी हो रही थी। लेकिन धूप निकलने से गेहूं, मक्का, तिलहन, आलू समेत अन्य फसल लगाई जा रही है। धूप निकलने से सब्जी की खेती में भी सुधार आया है और मौसमी सब्जी बड़ी मात्रा में बाजारों तक पहुंचने लगी है। जिसके कारण इसके दाम में भी कमी आ रही है।

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