कोढ़ा की रामपुर पंचायत में तैयार हो रही सामाजिक बदलाव की नई जमीन

कटिहार। जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर बोरो नदी के किनारे अवस्थित कोढ़ा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 12:05 AM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 12:05 AM (IST)
कोढ़ा की रामपुर पंचायत में तैयार हो रही सामाजिक बदलाव की नई जमीन
कोढ़ा की रामपुर पंचायत में तैयार हो रही सामाजिक बदलाव की नई जमीन

कटिहार। जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर बोरो नदी के किनारे अवस्थित कोढ़ा प्रखंड की रामपुर पंचायत कई मायनों में अहम है। यह पंचायत सामाजिक बदलाव की तेज धारा के लिए जिले में अलग पहचान बनाया है। यहां की बेटियां अपने पंचायत के नाम को सार्थक कर रही है। पंचायत के मुखिया रामनाथ पांडे भी इन बेटियों को सतत प्रोत्साहित करते रहे हैं। लिग भेद से लेकर महिला उत्पीड़न के खिलाफ जंग लड़ने के लिए यहां के बेटियों ने दुर्गा जत्था बना रखा है। बेटियों द्वारा थामी गई इस मशाल की रोशनी दूर-दूर तक पहुंचने लगी है। आपसी सदभाव के मायने में भी यह पंचायत नई मिसाल पेश करता रहा है। यहां कई मुस्लिम भाई अपनी मुंह बोली बहनों से प्रतिवर्ष राखी बंधवाता है। वही हिदू भाई ईद में सेवइयां खाकर गले मिलकर एक दूसरे को बधाई देते हैं। कोई भी त्योहार हो दोनों समुदाय के लोग मिलजुलकर और पूरे उत्साह के साथ मनाते हैं। यहां की कुल आबादी 8018 है। पंचायत में साक्षरता की दर 48 प्रतिशत है। यहां के लोगों का मुख्य पेशा खेती है। पंचायत के गोढ़ी पचमा काली मंदिर भी इस पंचायत की प्रसिद्धि का एक कारक है। यह मंदिर पांच सौ साल प्राचीन बताई जाती है। मंदिर के प्रति लोगों की असीम आस्था जुड़ी हुई है। हर साल काली पूजा में यहां भव्य मेला भी लगता है। इस मेले में दूर दूर से लोग आते हैं और मां दुर्गा की पूजा कर मन्नत भी मांगते हैं। हर साल भव्य सत्संग का भी आयोजन होता है। संतमत को मानने वाले लोगों की काफी संख्या है। बौरो धार नदी पंचायत के एक सिरे से दूसरे सिरे तक जाती है। यह नदी गंगा को भी स्पर्श करती है। पंचायत के राम सिंहासन महतो इससे पहले पंचायत के लोगों को प्रखंड मुख्यालय का चक्कर लगाना पड़ता था, लेकिन गत पांच वर्षों से पंचायत की जनता का आधा काम पंचायत सरकार भवन में ही हो जाता है। नता की सुविधा के लिए एक कैंटीन की भी व्यवस्था की गई है। मुखिया का दावा फोटो- 27 केएटी- 6 रामपुर पंचायत के मुखिया सह भाजपा के जिला महामंत्री राम नाथ पांडे ने बताया कि बिनजी मलिक को गोढ़ी पचमा रजीगंज वाली सड़क से जोड़ने, पंचायत भवन के परिसर को सोशल पार्क के रूप में डेवलपमेंट करने, पंचायत में छह छठ घाटों का निर्माण, भय एवं भ्रष्टाचार मुक्त समाज का निर्माण करना उनकी पहली प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा कि फंड की कमी की वजह से और कुछ वरीय अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों के असहयोग के कारण उनका सपना पूरा नहीं हो सका है। पंचायत में बुनियादी समस्याओं का समाधान हुआ है। सड़क नाली बने हैं। शैक्षिक व सामाजिक विकास के लिए भी पहल हुई है। कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों को दिलाने का प्रयास किया गया है।

कोट

फोटो- 27 केएटी- 7 वार्ड संख्या 11 के सामाजिक कार्यकर्ता उमेश यादव ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में पंचायत में काफी विकास कार्य हुआ है। पंचायत में बुनियादी समस्याओं का समाधान हुआ है। लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है। फोटो- 27 केएटी- 8 ग्रामीण रंजीत रजक ने बताया कि मुखिया राम नाथ पांडे के कार्यकाल में जितना विकास हुआ है, वैसा कार्य आज तक किसी मुखिया के कार्यकाल में नहीं हुआ है। आज इस पंचायत की तस्वीर पूरी तरह बदल चुकी है। लोग सुकून में हैं। फोटो- 27 केएटी- 9 पंचायत वासी संजय सिंह ने भी कहा कि वर्तामन मुखिया के कार्यकाल में पंचायत का चौमुखी विकास हुआ है। बुनियादी सुविधाओं को विस्तार मिला है। आपसी भाईचारा को बढ़ावा मिला है। सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लोग जागरुक हो रहे हैं।

क्या कहते है पूर्व मुखिया

फोटो- 27 केएटी- 10

पूर्व मुखिया निर्मल हेंब्रम ने कहा कि उनके कार्यकाल में ही पंचायत सरकार भवन का आईटी भवन का निर्माण किया गया था। वर्तमान मुखिया बड़े-बड़े दावे करते हैं लेकिन सब हवा हवाई है। गुसाई मिलिक में ईट सोलिग का कार्य वर्तमान मुखिया द्वारा किया गया है। इसमें दो नंबर ईट का प्रयोग किया गया है। स्ट्रीट लाइट में काफी गड़बड़ी हुई है। आम लोगों के साथ भी बढि़या व्यवहार नहीं है। पंचायत एक नजर में स्कूल- 8

उप स्वास्थ्य केंद्र: 1

सड़क: 90

साक्षरता दर : 48 प्रतिशत

मुख्य रोजगार: खेती, मजदूरी

बैंक: 1

पेंशन: सात सौ

आवास: 250

सामुदायिक भवन: 5

राजस्व ग्राम: 9

वार्ड: 11

जनसंख्या: 8018

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