गांवों में मक्का के नकली बीजों की धड़ल्ले से हो रही है बिक्री

संवाद सूत्र सेमापुर (कटिहार) सरकार किसानों के हितों को लेकर भले ही लाख दावे करती हो लेकिन यह दावे सिर्फ घोषणाओं में ही सिमट कर रह जाता है। प्रशासनिक शिथिलता के कारण बरारी प्रखंड ही नहीं जिले में भी ब्रांडेड कंपनी के मक्का बीज की कालाबजारी के साथ नकली बीजों की ब्रिकी बाजारों में धड़ल्ले से हो रहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 10:10 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 10:10 PM (IST)
गांवों में मक्का के नकली बीजों 
की धड़ल्ले से हो रही है बिक्री
गांवों में मक्का के नकली बीजों की धड़ल्ले से हो रही है बिक्री

संवाद सूत्र, सेमापुर (कटिहार): सरकार किसानों के हितों को लेकर भले ही लाख दावे करती हो, लेकिन यह दावे सिर्फ घोषणाओं में ही सिमट कर रह जाता है। प्रशासनिक शिथिलता के कारण बरारी प्रखंड ही नहीं जिले में भी ब्रांडेड कंपनी के मक्का बीज की कालाबजारी के साथ नकली बीजों की ब्रिकी बाजारों में धड़ल्ले से हो रहीं है। बीज माफिया बिहार सरकार से बिना अनुमति प्राप्त बीज सीधे बंगाल से बरारी के गांवों में आकर ब्रिकी करते हैं। जिससे किसान ठगे जा रहे हैं।

विदित हो कि बरारी प्रखंड में मक्का की खेती किसान नकदी फसल के तौर पर व्यापक रूप से करते हैं। अक्टूबर माह के मध्य से इसकी खेती शुरु होती है और जनवरी तक बड़े पैमाने पर किसान मक्का लगाते हैं। इस दौरान बीज की मांग अधिक होने पर ब्रांडेड बीज की कालाबाजारी के साथ ही उसके नाम पर नकली बीज की सप्लाई शुरू कर दी जाती है। इसमें कंपनी व प्रशासन का कोई लगाम दुकानदारों पर नहीं रहता है। इसका फायदा बिहार से सटे राज्य के बीज माफिया उठाते हैं। यह बीज ब्रांडेड से कम दामों में बजार के बदले ऐंजेंट के माध्यम से सीधे गांव के किसानों तक पहुंचाई जाती है। इन बीजों का नाम भी ब्रांडेड बीजों के नाम से ही मिलता जुलता रहता है। जिससे भोले-भाले किसान असली और नकली में फर्क नहीं कर पाते हैं। ऐसे में इसकी उपज किसानों के किस्मत पर निर्भर करती है। कभी उपज ठीक रहती है तो कभी मारी जाती है। किसान अखिलेश सिंह, विजय सिंह आदि बताते हैं कि खेती के समय कृषि विभाग मौन रहती है। कभी बाजार में बीजों की जांच नहीं होती है। इससे किसान मार खाते हैं। इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी दिनकर प्रसाद सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि किसान लाइसेंसी दुकानों से ही बीज खरीदें। बीज की खरीदारी के समय बिल निश्चत लें। गांव-घर में अगर कोई ऐजेंट नकली बीज बेच रहा है, तो तत्काल इसकी सूचना दें। ऐसे लोगों को पकड़ कर प्रशासन के हवाले करें। उसपर कार्रवाई की जाएगी।

chat bot
आपका साथी