बलरामपुर में 373 पदों के लिए आज डाले जाएंगे वोट
संवाद सूत्र बलरामपुर (कटिहार) बलरामपुर प्रखंड में रविवार को पांचवें चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। यहां पंचायत चुनाव के तहत 12 पंचायतों में कुल 373 पदों के लिए चुनाव होगा।
संवाद सूत्र, बलरामपुर (कटिहार): बलरामपुर प्रखंड में रविवार को पांचवें चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। यहां पंचायत चुनाव के तहत 12 पंचायतों में कुल 373 पदों के लिए चुनाव होगा। प्रशासनिक स्तर पर चुनाव की सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। चुनाव में बलरामपुर प्रखंड के 97,570 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदाताओं में 49,749 पुरुष, 47,817 महिला एवं चार अन्य मतदाता शामिल हैं।
प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ शशिम सौरभ मणि ने बताया कि प्रखंड के 12 पंचायतों में जिला परिषद के दो पदों के लिए 27 प्रत्याशी, मुखिया के 12 पदों के लिए 68 प्रत्याशी, पंचायत समिति के 17 पदों पर 94 प्रत्याशी, सरपंच के 12 पदों पर 65 प्रत्याशी, वार्ड सदस्य के 165 पदों पर 682 प्रत्याशी एवं ग्राम कचहरी पंच के 165 पदों के लिए 350 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। पंचायत चुनाव को लेकर बलरामपुर प्रखंड को 12 सेक्टर में बांटा गया है। प्रत्येक सेक्टर में दंडाधिकारी की नियुक्ति की गई है। प्रखंड के 12 पंचायतों में 165 मूल मतदान केंद्र तथा तीन सहायक मतदान केंद्र बनाए गए हैं। बीडीओ ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर चुनाव सामग्रियों के साथ पोलिग पार्टी पहुंच चुकी है। मतदान सुबह सात बजे से शुरू होकर शाम पांच बजे तक चलेगा। चुनाव के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा किसी भी तरह का गतिरोध उत्पन्न करने की सूरत में प्रशासन उनसे सख्ती से निपटने के लिए तैयार है।
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चुनाव की तारीख करीब आते ही अंगरक्षक मांगने लगे हैं प्रत्याशी
संवाद सूत्र, सेमापुर (कटिहार): बरारी प्रखंड में पंचायत चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आते जा रही है। चुनाव प्रचार भी रफ्तार भी जोर पकड़ रही है। वहीं पंचायत चुनाव में बाहुबलियों के जोर-आजमाइस के बीच प्रत्याशियों में डर समाने लगा है। ऐसे में कई प्रत्याशी अब अंगरक्षक की मांग कर रहे हैं। अब तक दो प्रत्याशियों के द्वारा अंगरक्षक की मांग को लेकर स्थानीय थाने में आवेदन दिया गया है। ऐसे मुखिया पद के प्रत्याशी चुनाव प्रचार में अलग थलग दिख रहे है। प्रचार प्रसार के लिए समर्थक भी डर से नहीं धूम रहे हैं। उन्हें डर है कि कहीं बाहुबली के कोपभाजन का शिकार ना होना पड़े। वही समर्थक के अभाव में प्रत्याशी अकेले प्रचार कर रहे हैं। गंगा-कोसी की गोद में बसे इस पंचायत की भौगोलिक स्थिति भी विषम है। यहां हमेशा वर्चस्व को लेकर गोलीबाड़ी होते रही है। ऐसे में यहां पंचायत चुनाव दिलचस्प बना हुआ है।