प्रचार में छूट रहे प्रत्याशियों के पसीने, मतदाता खामोश

कटिहार। बलरामपुर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं की खामोशी से हैरान परेशान होते हुए देखा जा रहा है। मतदाता के नब्ज टटोलने मे प्रत्याशियों के पसीने छूट रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 05:32 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 05:32 PM (IST)
प्रचार में छूट रहे प्रत्याशियों 
के पसीने, मतदाता खामोश
प्रचार में छूट रहे प्रत्याशियों के पसीने, मतदाता खामोश

कटिहार। बलरामपुर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं की खामोशी से हैरान परेशान होते हुए देखा जा रहा है। मतदाता के नब्ज टटोलने मे प्रत्याशियों के पसीने छूट रहे हैं। मतदाता भी अबकी बार चुप्पी साधे हुए है। वे अपने मतों से किसे चारो खाने चित करेंगे। इसका आभास नहीं होने दे रहे हैं। कई जगहों पर निवर्तमान की हालत खस्ता है तो कई जगह पर नये चेहरे जीत की राह देख रहे हैं। विदित हो कि बलरामपुर प्रखंड में जिला परिषद के दो, मुखिया के 12, पंचायत समिति के 17, सरपंच के 12, वार्ड सदस्य के 165 एवं ग्राम कचहरी पंच सदस्य के 165 सीटें दाव पर लगी हुई है। पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के बीच भी प्रत्याशियों द्वारा जनसंपर्क अभियान में कोई कसर बांकी नहीं रखी जा रही है। सबसे ज्यादा परेशानी मुखिया प्रत्याशियों को उठानी पड़ रही है। हर वक्त समर्थकों एवं छुटभैये नेताओं से घिरे मुखिया प्रत्याशी खर्च पर भी नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं। बलरामपुर प्रखंड के 12 पंचायतों में मतदान पांचवें चरण में 24 अक्टूबर को होना है। चुनाव तिथि नजदीक आने से प्रत्याशियों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है। प्रत्याशियों को समर्थकों एवं मतदाताओं को पक्ष में बनाए रखने के लिए लोहे के चने चबाने पड़ रहे हैं। अबकी बार वार्ड सदस्य के पद पर भी काफी मारामारी चल रही है। मुखिया एवं वार्ड सदस्य प्रत्याशियों के इतर जिला परिषद, पंचायत समिति एवं सरपंच पद के उम्मीदवार कछुए की चाल चल रहे हैं। इन पदों पर ज्यादा मारा मारी नहीं दिखाई दे रही है। कई पंचायतों में कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। वार्ड सदस्य के पद के लिए भी मुकाबला कांटे की टक्कर में तब्दील हो गया है। वही पंच सदस्य के लिए प्रत्याशियों में कोई आपा धापी नहीं दिखाई दे रही है। जिला परिषद के उम्मीदवारों को भी जनता की खामोशी खाये जा रही है। प्रशासनिक स्तर पर चुनाव की तैयारी जोर शोर से चल रही है। वहीं 168 मतदान केंद्रों को चुस्त दुरुस्त करने में पदाधिकारी भी जुटे हुए हैं।

chat bot
आपका साथी