मौसम की मार में प्रचार का माध्यम बना चौपाल

कटिहार। बेमौसम बरसात ने पंचायत चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी के प्रचार अभियान पर ब्रेक लगा दी है। इसके बावजूद गांव के दलान से लेकर विभिन्न चौक बाजारों में दुकानों पर बैठे लोगों के बीच मौसम के साथ चुनावी चर्चा खूब हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 05:28 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 05:28 PM (IST)
मौसम की मार में प्रचार  का माध्यम बना चौपाल
मौसम की मार में प्रचार का माध्यम बना चौपाल

कटिहार। बेमौसम बरसात ने पंचायत चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी के प्रचार अभियान पर ब्रेक लगा दी है। इसके बावजूद गांव के दलान से लेकर विभिन्न चौक बाजारों में दुकानों पर बैठे लोगों के बीच मौसम के साथ चुनावी चर्चा खूब हो रही है।

मौसम की वजह से विभिन्न साग सब्जियों के साथ फसलों के नुकसान से शुरु होने वाली चर्चा चुनाव पर आकर टिक जाती है। अपने पंचायत के विभिन्न पदों पर लड़ने वाले प्रत्याशियों के आकलन के साथ आस पड़ोस के पंचायतों का भी लोग आकलन कर जीत हार की भविष्यवाणी कर रहे हैं। चुनावी चर्चा में सर्वाधिक महत्व जाति गत समीकरणों के साथ विकास के मुद्दे पर खत्म होती है।

प्रखंड के चर्चित श्यामागढ़ हाट से ख्यातिलब्ध कंटिया पंचायत के निझारा में चुनावी चर्चा के दौरान अनिल वैध ने बताया कि आरक्षित पंचायत में विकास हीं मुख्य मुद्दा है। लोग शिक्षित एवं कार्य के प्रति समर्पित प्रत्याशी का हीं चयन करेंगे ताकि पंचायत के साथ प्रसिद्ध सोनैली बाजार का समुचित विकास हो सके, जबकि प्रमोद पोद्दार ने कहा कि इस बार चुनाव में विकास हीं मुख्य मुद्दा रहेगा। खासकर मुखिया पद के लिए प्रतिनिधि का चयन सोच समझ कर करना होगा। वहीं परशुराम मंडल ने कहा कि एक बार की भूल पांच वर्षों का पछतावा होता है। ऐसे में विकास करने वाला प्रतिनिधि का चयन जरुरी है जबकि मनोज मंडल ने कहा कि पंचायत के सर्वांगीण विकास के लिए सुलझे हुए शिक्षित प्रतिनिधि की जरुरत है। वहीं सुबोध ठाकुर ने कहा कि प्रतिनिधि का चयन जाति विभेद से ऊपर उठ कर समाजसेवी का होना चाहिए। जो विकास के साथ जनता का दु:ख दर्द बांट सके। भले हीं वर्षा ने लोगों की चहलकदमी को रोक दिया है। लेकिन गांव के मचान और दालान पर लोग जुट कर मौसम का आनंद लेते हुए चुनावी चर्चा में प्रत्याशी के जीत हार का आकलन में लगे हैं।

chat bot
आपका साथी