गांव की गलियों में मतदाताओं के नब्ज टटोल रहे हैं प्रत्याशी

कटिहार। कदवा में पंचायत चुनाव के नामांकन की तिथि निकट आने के साथ हीं चुनावी चर्चा तेज होने लगी है। वहीं प्रत्याशी भी गांव मुहल्लों का भ्रमण कर मतदाताओं के नब्ज टटोल रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 05:39 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 05:39 PM (IST)
गांव की गलियों में मतदाताओं के नब्ज टटोल रहे हैं प्रत्याशी
गांव की गलियों में मतदाताओं के नब्ज टटोल रहे हैं प्रत्याशी

कटिहार। कदवा में पंचायत चुनाव के नामांकन की तिथि निकट आने के साथ हीं चुनावी चर्चा तेज होने लगी है। वहीं प्रत्याशी भी गांव मुहल्लों का भ्रमण कर मतदाताओं के नब्ज टटोल रहे हैं। क्षेत्र के विभिन्न चौक चौराहों से लेकर गांव की चौपाल तक में जीत-हार की बिसात बिछने लगी है। शह मात का भी खेल शुरु हो चुका है। इसके साथ हीं निवर्तमान से लेकर संभावित प्रत्याशी की चर्चा जोरों पर है। चुनावी चर्चा में खासकर मुखिया पद को लेकर क्षेत्र में अधिक घमासान देखने को मिल रहा है। कई पंचायतों में तो पूर्व के चुनाव में मुखिया पद पर भाग्य आजमाने वाले कई प्रत्याशी या तो पीछे हट रहे हैं या फिर अन्य पद के लिए जुगाड़ लगाने के अभियान में जुटे हैं। जबकि निवर्तमान प्रत्याशी पद को बनाये रखने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। कदवा में पंचायत चुनाव के लिए आगामी 23 अक्टूबर से नामांकन शुरु होगा। प्रखंड के निस्ता पंचायत के फरीदपुर गांव में चुनावी चर्चा के दौरान मु अंजार आलम ने कहा कि पंचायत का चहुमुखी विकास करने वाला एवं सबको साथ में लेकर चलने वाला शिक्षित उम्मीदवार का होना जरुरी है। वहीं अंसार अहमद ने कहा आज के समय में जाति विभेद से ऊपर उठ कर काम करने वाले प्रतिनिधि की जरुरत है। वहीं विभाष कुमार ठाकुर ने कहा कि कुछ प्रत्याशी चुनाव के वक्त बरसाती मेंढक की तरह मैदान में आकर दावेदारी जताते हैं। जबकि अन्य दिनों पंचायत की जनता से उसका कोई सरोकार नहीं रहता है। ऐसे प्रत्याशी से सावधान रहना होगा। वहीं हैदर ने कहा कि पंचायत का सर्वांगीण विकास करने वाले के साथ न्यायप्रिय प्रत्याशी को तरजीह देंगे। बहरहाल लोग अपने-अपने तर्कों के साथ चौपाल में चुनावी चर्चा कर रहे हैं। चर्चा में जातिगत समीकरण के साथ प्रत्याशी के पहुंच एवं उसके व्यक्तित्व का भी आकलन किया जा रहा है।

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