रामगढ़ में जलापूर्ति पाइप से पानी सप्लाई ठप
रामगढ ़ प्रखंड मुख्यालय के तीन गांवों के लोगों को स्वच्छ पानी पीने के लिए लगाई गई पानी टंक शोभा की वस्तु बनकर रह गई है। कभी लीकेज की समस्या तो कभी मोटर की समस्या से यह जलापूर्ति योजना बंद हो जाती है।
रामगढ ़: प्रखंड मुख्यालय के तीन गांवों के लोगों को स्वच्छ पानी पीने के लिए लगाई गई पानी टंक शोभा की वस्तु बनकर रह गई है। कभी लीकेज की समस्या तो कभी मोटर की समस्या से यह जलापूर्ति योजना बंद हो जाती है। इस व्यवस्था पर आधारित लोगों को पानी सप्लाई बंद होने से परेशानी होती है। पीने के पानी को लेकर काफी भागदौड़ करनी पड़ जा रही है। प्रखंड मुख्यालय परिसर में एक लाख गैलेन क्षमता वाली पानी टंकी से मुख्यालय के गांव गोड़सरा, रामगढ़, बाजार व बंदीपुर को जोड़ा गया था। जहां सुबह शाम दोनों समय पानी सप्लाई होना है। इसके लिए तीन सौ से अधिक लोगों को कनेक्शन भी पीएचईडी विभाग द्वारा दिया गया है। कुछ जगहों पर सार्वजनिक टोटी भी लगी है। इतनी जगहों पर पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए विभाग द्वारा इंजीनियर को लेकर चार कर्मचारियों की नियुक्ति है। फिर भी यह जलमीनार लोगों को दगा दे रही है। अक्सर पानी सप्लाई के समय में ही यह समस्या खड़ी हो जाती है। रामगढ़ के उपभोक्ता मुन्ना ठाकुर, धनंजय सिंह, ओमप्रकाश सिंह, बाजार के अंजनी गुप्ता, पवन गुप्ता, रुपेश चौधरी तथा बंदीपुर के संतोष गुप्ता ने बताया कि हमलोगों की सारी पेयजल की व्यवस्था इसी जलमीनार पर निर्भर है। फिर भी कई दिनों से जलापूर्ति ठप है। लेकिन विभाग इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि इसकी शिकायत कई बार विभाग को की जा चुकी है। लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ हासिल नहीं हो सका। अब तो हमलोग पानी के लिए दूसरे के घर जा कर अपनी प्यास बुझा रहे हैं।
कहते हैं जेई:
इस संबंध में पीएचईडी विभाग के जेई गौतम कुमार ने बताया कि जलमीनार के मुख्य सप्लाई पाइप में बड़ा छिद्र हो जाने से पानी आपूर्ति बंद है। पानी का रिसाव इतना बढ़ गया है कि ब्लाक परिसर ही जलमग्न हो गया है। दो दिन से संवेदक को कार्य में लगाया गया है। बाजार की मुख्य सड़क के अंदर सप्लाई पाइप में छिद्र होने की आंशका है। एक दो दिन में इसे दुरुस्त कर पानी सप्लाई चालू करा दी जाएगी।