एक ही पद पर दो शिक्षिका की बहाली, सात को होगी सुनवाई

सोमवार को करीब 12 बजे अचानक तेज आवाज में किसी को बोलते हुए सुनते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। उसके बाद सभी पदाधिकारी व कर्मी अपने केबिन से निकल कर वहां पहुंचे तो एक शिक्षिका के पति तेज आवाज में बात कर रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Oct 2019 09:50 PM (IST) Updated:Mon, 21 Oct 2019 09:50 PM (IST)
एक ही पद पर दो शिक्षिका की बहाली, सात को होगी सुनवाई
एक ही पद पर दो शिक्षिका की बहाली, सात को होगी सुनवाई

सोमवार को करीब 12 बजे अचानक तेज आवाज में किसी को बोलते हुए सुनते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। उसके बाद सभी पदाधिकारी व कर्मी अपने केबिन से निकल कर वहां पहुंचे तो एक शिक्षिका के पति तेज आवाज में बात कर रहे थे। दरअसल, सोमवार को शिक्षा विभाग कार्यालय पहुंच कर एक शिक्षिका ने डीपीओ स्थापना से शिकायत की। उनका कहना था कि उनको पिछले पांच माह के वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा है। ऐसे में उनके यहां भुखमरी हो गई है। चुंकी मामला पेचीदा है इस कारण इस संबंध में डीपीओ ने आगामी सात नवंबर को नियोजन इकाई व अन्य लोगों को बुलाया है। जहां उसकी सुनवाई होगी।

मिली जानकारी के मुताबिक चैनपुर प्रखंड के इसियां में 2006 में कुल 16 लोगों की बहाली पंचायत के नियोजन द्वारा किया गया था। जिसमें उस समय उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय डड़वा में शिक्षिका ममता कुमारी की बहाली हुई। ममता ने 2006 से 2012 तक शिक्षिका की नौकरी की, लेकिन 2012 में उनके प्रतिद्वंदी विद्यापति पटेल ने प्राधिकार का पत्र लेकर योगदान करने के लिए आई। उस समय पंचायत नियोजन इकाई ने ममता को हटाकार विद्यापति को योगदान करा लिया गया, लेकिन उनकी नौकरी बर्खाश्त नहीं की गई। उसके बाद ममता ने राज्य के अपीलीय प्राधिकार से 13 मई 2019 को योगदान का आदेश लेकर आई। तब उनको पुन: विद्यालय में योगदान कराया गया। मई से लेकर वो अक्टूबर तक कार्यरत है। चुंकी एक पद पर दो शिक्षिका कार्य कर रही है। जबकि वेतन का भुगतान विद्यापति पटेल को ही किया जा रहा है। इस संबंध में शिक्षिका ममता ने डीपीओ के पास आकर वेतन न मिलने के बारे में शिकायत की तो डीपीओ ने आगामी सात नवंबर सुनवाई के लिए दोनों शिक्षक, इसियां पंचायत के नियोजन इकाई, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी चैनपुर को बुलाया है। पंचायत नियोजन पर उठ रहे सवाल

इसियां पंचायत के नियोजन इकाई पर भी सवाल उठ रहा है। क्योंकि जब एक शिक्षिका का ही पद है तो दो शिक्षिका कैसे कार्यरत है। ऐसे में एक शिक्षिका की बर्खाश्तगी क्यों नहीं की गई। वहीं उसी समय मामला क्यों नहीं सुलझाया गया। 13 वर्षों तक मामला क्यों खींचा गया। हालांकि इस दौरान मामले की जांच भी हो सकती है। बहरहाल आगे क्या होता है यह सात नवंबर को सुनवाई के बाद ही पता चलेगा।

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क्या कहते हैं एचएम- दोनों शिक्षिका का अनुपस्थिति का रिपोर्ट बीआरसी को भेजा जाता है। ममता दो सेमेस्टर का प्रशिक्षण ले चुकी है। दो सेमेस्टर का प्रशिक्षण अभी अपूर्ण है। वेतन की भुगतान के बारे में विभाग के अधिकारी ही बता सकते है।

इस्लामुद्दीन अंसारी, एचएम, उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय, डड़वा -----------

दोनों शिक्षिका, चैनपुर बीईओ व इसियां पंचायत के नियोजन इकाई को सात नवंबर को बुलाया गया है। जहां वे सभी अपना अपना पक्ष रखेंगे।

-दिवेश चौधरी, डीपीओ(स्थापना), कैमूर

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