कैमूर में ट्रक की चपेट में आने से खिलौना विक्रेता की मौत
मंगलवार को नगर के मुंडेश्वरी गेट में ट्रक की चपेट में आने से एक खिलौना विक्रेता की मौत हो गई।
कैमूर। मंगलवार को नगर के मुंडेश्वरी गेट में ट्रक की चपेट में आने से एक खिलौना विक्रेता की मौत हो गई। जिसकी पहचान भभुआ थाना क्षेत्र के रतवार ग्राम निवासी निहोरा गोसाईं के पुत्र कामेश्वर गोसाईं (48) के रुप में हुई है। घटना के बाद मौके पर जुटी भीड़ ने एक घंटे तक नगर के चांदनी चौक को जाम किया। सूचना पर पहुंचे मोहनिया के सीओ राजीव कुमार के उचित मुआवजा के आश्वासन के बाद जाम हटा।
जानकारी के अनुसार कामेश्वर गोसाईं मोहनिया में ही किराए के मकान में रहते थे। वे खिलौना बेचकर परिवार का भरण पोषण करते थे। मंगलवार को वे खिलौने लेकर मुंडेश्वरी गेट में खड़े थे। तभी सासाराम की तरफ से आ रहा एक ट्रक भभुआ जाने के लिए मुंडेश्वरी गेट में प्रवेश किया। इसी दौरान पुल में खड़े कामेश्वर गोसाईं ट्रक की चपेट में आ गए। सड़क पर गिरने के बाद ट्रक उनके सिर को कुचल दिया। अगल बगल के लोग दौड़े तो चालक ट्रक छोड़कर भाग निकला। दुर्घटना के बाद चांदनी चौक पर काफी भीड़ लग गई। गुस्साए लोगों ने एक घंटे तक चांदनी चौक को जाम किया। मौके पर मोहनिया के थानाध्यक्ष रामकल्याण यादव पुलिस बल के साथ पहुंचे। उनके समझाने के बाद भी भीड़ ने जाम हटाने से मना कर दिया। आंदोलकारी मृतक के परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। सूचना पर मोहनिया के सीओ राजीव कुमार पहुंचे। उन्होंने मृतक कामेश्वर गोसाई के स्वजनों को उचित मुआवजा देने का आश्वासन दिया। इसके बाद भीड़ ने जाम हटा दिया। जाम के कारण रामगढ़ रोड व जीटी रोड के दोनों तरफ सर्विस लेन में वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। जाम हटने के बाद मोहनिया थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजवाया। नगर में पूरे दिन भारी वाहनों के परिचालन से हो रहे दुर्घटनाएं :
नगर पंचायत बनने के बाद भी मोहनियां में पूरे दिन भारी वाहनों का परिचालन होता है। नो पार्किंग जोन में भी पूरे दिन काफी संख्या में वाहन खड़े रहते हैं। जिससे जाम की समस्या उत्पन्न होती है। नगर पंचायत द्वारा लंबे समय से नगर में दिन में भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने की बात कही जा रही है। लेकिन अभी तक इसे अमल में नहीं लाया जा सका है। इसके कारण पूरे दिन नगर की सड़कों पर मालवाहक वाहनों का परिचालन होता है। मुंडेश्वरी गेट की चौड़ाई कम है। इसमें भारी वाहनों के निकलने में परेशानी होती है। ऐसे में दुर्घटना की आशंका प्रबल रहती है। पहले भी नगर में दिन में भारी वाहनों के परिचालन के कारण दुर्घटनाएं होती रही हैं। इसके बाद भी प्रशासन इसको गंभीरता से नहीं ले रहा है। जबकि लंबे समय से दिन में नगर की सड़कों पर मालवाहक वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने की मांग होती रही है। मुंडेश्वरी गेट व चांदनी चौक पर फ्लाईओवर के नीचे सड़क के किनारे काफी संख्या में फुटपाथी दुकानदार सामान रखकर देखते हैं। जिसमें एक दर्जन से अधिक मोची भी हैं। जाम लगने के बाद अगल बगल से वाहन निकलने का प्रयास करते हैं। जिससे सड़क के किनारे बैठे दुकानदारों व मोचियों के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका रहती है।