कैमूर में एक साथ निकली तीन युवकों की अर्थी

मोहनियां थाना क्षेत्र के बघिनी कला गांव से शनिवार को एक साथ तीन युवकों की अर्थी निकली।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 02 Jan 2021 10:41 PM (IST) Updated:Sat, 02 Jan 2021 10:41 PM (IST)
कैमूर में एक साथ निकली तीन युवकों की अर्थी
कैमूर में एक साथ निकली तीन युवकों की अर्थी

कैमूर। मोहनियां थाना क्षेत्र के बघिनी कला गांव से शनिवार को एक साथ तीन युवकों की अर्थी निकली। जिसे देखकर सबकी आंखें नम हो गई। मृतक के स्वजनों के चीत्कार से पूरे गांव का माहौल गमगीन है। गांव के किसी घर में चूल्हे नहीं जले। बक्सर के रामरेखा घाट पर गंगा के किनारे सभी मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया।

ज्ञात हो कि अंग्रेजी नववर्ष के पहले दिन शुक्रवार की शाम एनएच 30 पर ईंट लदे ट्रैक्टर व स्कार्पियो की टक्कर में पांच लोगों की मौत हो गई थी। जिसमें मोहनियां थाना क्षेत्र के बघिनी कला गांव के तीन व भभुआ थाना क्षेत्र के इटाढ़ी ग्राम के दो लोग शामिल थे। इस हादसे की खबर मिलते ही स्वजन व ग्रामीण घटनास्थल की तरफ भागे। रोहतास पब्लिक स्कूल कोचस से वाहन में सवार होकर पांच लोग घर के लिए चले थे। उन्हें क्या पता कि वे लोग घर न जाकर दुनिया से विदा हो जाएंगे। मृतकों में बघिनी कला ग्राम निवासी व आरपीएस स्कूल के निदेशक विजय कुमार सिंह, विनय कुमार पांडेय व मन्नू चौधरी के अलावा भभुआ थाना क्षेत्र के इटाढ़ी ग्राम निवासी आशुतोष कुमार सिंह व संजय कुमार सिंह का नाम शामिल था।

इनसेट

विजय की मौत से दो बेटी व एक बेटे के सिर से उठा पिता का साया :

विजय कुमार सिंह 12 वर्षों से कोचस में रोहतास पब्लिक स्कूल के नाम से निजी विद्यालय चलाते थे। उनकी मौत से परिवार पर विपत्तियों का पहाड़ टूट गया है। दो भाइयों में विजय बड़े थे। राकेश कुमार सिंह छोटे भाई हैं। दो बहनों में एक की मौत हो चुकी है। विजय को दो पुत्रियां व एक पुत्र हैं। बड़ी पुत्री रिम्मी रागवन 18 वर्ष की है। प्रीति रागवन क अंकुश कुमार जुड़वा भाई-बहन हैं। जिनकी उम्र 14 साल है। माता, पत्नी और पुत्र पुत्रियों की चीत्कार से लोगों का दिल दहल जा रहा है।

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विनय पांडे की मौत से सदमे में है पूरा परिवार : विनय पांडेय रोहतास पब्लिक स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्यरत थे। वे तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर थे। सबसे बड़े भाई विकास पांडेय ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिग कार्य करके जीविकोपार्जन करते हैं। विनय को एक पुत्री जागृति (9) व एक पुत्र सर्वेश (6) है। जो गांव के ही विद्यालय में पढ़ते हैं। उनकी मौत से पूरा परिवार सदमे में है। माता व पत्नी उन्हें याद कर बार बार अचेत हो जा रही हैं। पिता रामेश्वर पांडेय व भाइयों के सामने शनिवार को विनय का जनाजा निकला। विनय की मौत से माता पिता के सामने अंधेरा छा गया है। जिस पुत्र से वे बुढ़ापे में सेवा की आस किए थे वह उनसे पहले ही दुनिया से विदा हो गया। इनसेट

मुजफ्फरपुर से मन्नू सिंह को खींच लाई मौत : सड़क हादसे में जान गंवाने वाले बघिनी ग्राम निवासी गिरिजा शंकर उर्फ लुटावन सिंह के पुत्र मन्नू सिंह को शनिवार को मुजफ्फरपुर से मौत खींचकर ले आई। वे वहां निजी कंपनी में कार्य करके परिवार का जीविकोपार्जन करते थे। दो भाइयों में मन्नू छोटे थे। बड़े भाई सोनू हैदराबाद में प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं। छोटे भाई की मौत की खबर सुनकर उनकी आंखों के आगे अंधेरा छा गया। दो वर्ष पूर्व मन्नू की इटाढ़ी गांव में शादी हुई थी। इनको चार माह की एक पुत्री है। माता और पत्नी की चित्कार से मातम पुर्सी से घर पहुंचे लोगों का कलेजा फट रहा है। विधवा के सामने अपने व अबोध बच्ची के परवरिश की चिता है। उसकी दुनियां ही उजड़ चुकी है। वह सबसे यही पूछ रही है की उसने किसका क्या बिगाड़ा था की भगवान ने उसे इतनी बड़ी सजा दी। मन्नू शुक्रवार को मुजफ्फरपुर से घर के लिए चले थे। ट्रेन से बक्सर उतरने के बाद वे कोचस पहुंचे। उन्हें क्या पता कि बीच रास्ते में मौत उनका इंतजार कर रही है। वे पहले रोहतास पब्लिक स्कूल का वाहन चलाते थे। यहां से वे मुजफ्फरपुर चले गए। कोचस पहुंचने के बाद वे रोहतास पब्लिक स्कूल पर पहुंचे और बोले कि घर जा रहे हैं। विजय कुमार सिंह व अन्य लोगों ने कहा कि सब लोग साथ में ही चलेंगे। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। काल के क्रूर हाथों ने सबको घर नहीं पहुंचाकर मौत के मुंह में धकेल दिया।

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