जनता दरबार में लग रही भीड़ कोरोना संक्रमण का खतरा
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी किया गया है।
कैमूर। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी किया गया है। लेकिन सरकारी कार्यालय में ही इसकी धज्जियां उड़ रही हैं। एक तरफ सरकारी कार्यालयों में कर्मियों की उपस्थिति कम करने का निर्देश है। आम आदमी के प्रवेश के लिए मानक तय किए गए हैं। दूसरी तरफ थाना में प्रत्येक रविवार को लगने वाले जनता दरबार में सब कुछ ताक पर है। यहां फरियादियों की काफी भीड़ लग रही है। जिसमें अधिकतर लोग बिना मास्क के होते हैं। शारीरिक दूरी न रखकर आपस में धक्का मुक्की होती है। यहां आने वाले कोरोना महामारी के संक्रमण से बेखबर हैं। ऐसे में पदाधिकारियों में भी भय का माहौल लाजमी हैं। लोगों का कहना है कि जब सरकारी कार्यालयों में ही कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुपालन नहीं हो रहा है तो सार्वजनिक स्थलों पर कैसे संभव है। शनिवार को थाना में लगने वाले जनता दरबार पर भी रोक लगनी चाहिए। इसमें कई जगह के फरियादी आ रहे हैं। जो कोरोना वायरस के संक्रमण से बेखबर हैं। पदाधिकारियों के सामने टेबुल पर भारी भीड़ दिखाई देती है। कई लोग बिना मास्क के दिखाई देते हैं। पदाधिकरियों के आमने अपनी अपनी समस्या रखने की होड़ में शारीरिक दूरी का ख्याल नहीं रखा जाता। इससे संक्रमण का खतरा हो सकता है। कुछ दिनों के लिए इसको भी स्थगित करना चाहिए या तो सरकारी कार्यालयों के लिए जारी दिशा निर्देश को भी हटा देना चाहिए। इसमें सरकार की दोहरी नीति दिखाई देती है। जब महामारी से बचाव की बात है तो हर जगह इसका ख्याल रखना चाहिए। इससे आम आवाम व पदाधिकारी दोनों सुरक्षित रहेंगे।
इस संबंध में मोहनियां के सीओ राजीव कुमार ने बताया की सरकार के निर्देश पर शनिवार को थाना में जनता दरबार लगता है। यहां आने वाले लोग कोरोना संक्रमण से बेखबर हैं। मना करने पर भी बात सुनने को तैयार नहीं होते। अपनी अपनी समस्या सुनाने के लिए होड़ लगी रहती है। जबतक सरकार या वरीय पदाधिकारियों का निर्देश नहीं प्राप्त होता तब तक इसको स्थगित नहीं किया जा सकता।