सूर्यपुरा गांव का तालाब हुआ अतिक्रमण का शिकार
कैमूर। प्रखंड क्षेत्र की तरैथा पंचायत के सूर्यपुरा गांव में 25 साल पुराना पोखरा अतिक्रमण की च
कैमूर। प्रखंड क्षेत्र की तरैथा पंचायत के सूर्यपुरा गांव में 25 साल पुराना पोखरा अतिक्रमण की चपेट में है। पूर्व में यह 12 बीघा में फैला था, लेकिन वर्तमान में अतिक्रमण के कारण दो बीघा में सिमट गया है। बुजुर्ग बताते हैं कि पहले इस तालाब को मिसाल के रूप में जाना जाता था। अब इसकी पहचान खो गई है। इतने बड़े आकार वाला तालाब छोटे क्षेत्रफल में सिमट चुका है। ग्रामीणों की मानें तो अपने पशुओं को जब चराने के लिए गांव के लोग निकलते थे, तो पशुओं को पानी पिलाने के लिए तालाब को बनवाया गया था। लेकिन आज तालाब में इतनी गंदगी है कि पानी से दुर्गंध आता है। कुछ लोग इस तालाब में मिट्टी भरकर अपना आशियाना बना लिए हैं । तालाब का पानी जानवरों के पीने लायक भी नहीं है, और जो पानी है भी उस पर कचरा जमा हुआ है। जबकि सरकार ने जलस्रोतों की जमीनों पर लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण मुक्त कराने का निर्देश दिया है। विशेष रूप से छोटे- बड़े तालाब पर ध्यान देने के लिए कहा गया है । अभी तक उस आदेश का जमीनी स्तर पर उचित करवाई नहीं दिख रहा है । गांव के लोग कुछ साल पहले अंचलाधिकारी को तालाब का अतिक्रमण हटवाने के लिए तथा मनरेगा से तालाब की सफाई के लिए लिखित आवेदन दिए थे। लेकिन आवेदन फाइलों में सिमट कर रह गया। वार्ड सदस्य दीपक यादव, अजय यादव, जितेंद्र यादव ने बताया कि गांव के सभी घरों के कूड़ा इसी तालाब में फेंका जाता है। अगर तालाब का उचित ढंग से साफ सफाई करते हुए और अतिक्रमण हटा दिया जाए तो जानवरों के साथ पक्षियों को भी काफी राहत मिलेगी।