ऑक्सीजन एक्सप्रेस के सफल संचालन में पूर्व मध्य रेल की रही अहम भूमिका

विभिन्न राज्यों में ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों को चलाने के भारतीय रेलवे के प्रयासों को गति देते हुए पूर्व मध्य रेल द्वारा कोविड के खिलाफ मजबूती प्रदान करने तथा कोविड मरीजों और उनके परिवारों को राहत प्रदान करने के लिए लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का परिवहन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 04:52 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 04:52 PM (IST)
ऑक्सीजन एक्सप्रेस के सफल संचालन 
में पूर्व मध्य रेल की रही अहम भूमिका
ऑक्सीजन एक्सप्रेस के सफल संचालन में पूर्व मध्य रेल की रही अहम भूमिका

कैमूर। विभिन्न राज्यों में ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों को चलाने के भारतीय रेलवे के प्रयासों को गति देते हुए पूर्व मध्य रेल द्वारा कोविड के खिलाफ मजबूती प्रदान करने तथा कोविड मरीजों और उनके परिवारों को राहत प्रदान करने के लिए लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का परिवहन किया गया। बीते 19 अप्रैल से अब तक पूर्व मध्य रेल के पंडित दीन दयाल उपाध्याय जं., गया, डाल्टेनगंज, टोरी एवं अन्य स्टेशन होते हुए देश के विभिन्न राज्यों को जाने वाली खाली और लोडेड 100 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई गई हैं। इनमें से 49 लोडेड ऑक्सीजन एक्सप्रेस वाराणसी, लखनऊ, दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य शहरों तक पहुंची। इन जगहों पर ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ने से कोरोना रोगियों के उपचार में सहायता मिली। भारतीय रेल की ऑक्सीजन एक्सप्रेस सेवाएं विभिन्न राज्यों में ग्रीन कॉरिडोर के रास्ते लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रही है। 14 मई तक भारतीय रेल द्वारा 203 ऑक्सीजन एक्सप्रेस का परिचालन करते हुए देश के विभिन्न राज्यों में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जा चुकी है। इसके अलावा 15 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ऐसी हैं जो अपने-अपने गंतव्य की ओर रवाना हो चुकी है।

भारतीय रेल पर अपनी यात्रा पूरी कर चुकी 203 ऑक्सीजन एक्सप्रेस में 100 ऑक्सीजन एक्सप्रेस पूर्व मध्य रेल के पंडित दीन दयाल उपाध्याय एवं धनबाद मंडल होकर ग्रीन कॉरिडोर के रास्ते देश के अलग-अलग जगह पहुंची। पूर्व मध्य रेल द्वारा ऑक्सीजन एक्सप्रेस की महत्ता को देखते हुए इसे राजधानी एक्सप्रेस से थोड़ा कम परंतु अन्य मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों से अधिक की गति से चलाया जा रहा है। तीव्र गति से नियत समय पर ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पूर्व मध्य रेल से होकर गुजरने वाली ऑक्सीजन एक्सप्रेस बिना कहीं रुके अधिकतम 100 प्रतिघंटा तक की गति से दौड़ रही है। जबकि पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार के अंतर्गत लगभग 400 किमी में ऑक्सीजन एक्सप्रेस की औसत गति 65-80 किमी प्रतिघंटा है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर सभी सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करते हुए चलाया जा रहा है। ट्रेनें तेज गति से चले, इसके लिए रास्ते में ग्रीन कोरिडोर बनाया गया है। ताकि बिना किसी रेड सिग्नल के यह ट्रेन जल्द से जल्द अपने गंतव्य तक पहुंच सके। यह जानकारी मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी राजेश कुमार ने दी।

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