कोरोना की तीसरी लहर को रोकने में आड़े आ सकती है चिकित्सकों व नर्सों की कमी
भभुआ। जिलें में संभावित कोरोना की तीसरी लहर को रोकने में चिकित्सकों व नर्सों की कमी आड़े आ सकती है। बीते कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 25 आयुष चिकित्सकों व 50 नर्सों के सहारे सदर अस्पताल के कोविड वार्डों में भर्ती मरीजों का इलाज करने में विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी।
भभुआ। जिलें में संभावित कोरोना की तीसरी लहर को रोकने में चिकित्सकों व नर्सों की कमी आड़े आ सकती है। बीते कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 25 आयुष चिकित्सकों व 50 नर्सों के सहारे सदर अस्पताल के कोविड वार्डों में भर्ती मरीजों का इलाज करने में विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। चिकित्सकों व नर्सों की कमी को ध्यान में रखकर सरकार ने 16 चिकित्सक व नर्सों की आवश्यकतानुसार संविदा पर बहाली करने का निर्देश दिया था। इंटरव्यू के दौरान आए पांच चिकित्सकों की नियुक्ति हो पाई। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय के सदर अस्पताल में संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 75 बेडों की व्यवस्था करने के अलावा बच्चों की इलाज के लिए 15 बेड की भी व्यवस्था की गई है। इसको आक्सीजन आपूर्ति सिस्टम से लैस किया जा रहा है। सदर अस्पताल में पांच सौ एलपीएम के आक्सीजन प्लांट लगाने के लिए बेस तैयार कर दिया गया है। एक सप्ताह या दस दिन में प्लांट लगने की संभावना व्यक्त की गई है। कोविड जांच में सहायक सिटी स्कैन कक्ष का निर्माण हो चुका है। नौ से 15 अगस्त के बीच मशीन लगने के साथ सेवा शुरू होने की उम्मीद है। बच्चों के इलाज के लिए पीएचसी स्तर पर बेड व संसाधन मुहैया कराने की योजना पर कार्य चल रहा है। वैक्सीनेशन का कार्य कराया जा रहा है। साथ ही लोगों को कोविड से बचाव के लिए मास्क लगाने, हाथ धोने, वैक्सीन लगवाने तथा सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।
जिले में चिकित्सको व नर्साें की स्थिति-
जिले में रेगुलर चिकित्सकों के कुल 154 पद स्वीकृत है फिलवक्त 57 नियुक्त है शेष 97 पद रिक्त है। इसी प्रकार ग्रेड वन नर्स के 222 पद स्वीकृत है लेकिन फिलवक्त 26 कार्यरत है 196 पद रिक्त है। एएनएम के स्वीकृत 464 पद के विरूद्ध 257 कार्यरत है। डेंटल चिकित्सक के चार पद रिक्त है। टेक्नीशियन के 27 मे से 24 पद रिक्त है। संविदा पर नियुक्त किए जाने वाले चिकित्सकों के 48 पद स्वीकृत है, लेकिन 40 पद रिक्त है। हालांकि आयुष चिकित्सकों के स्वीकृत 41 पदों में से 36 कार्यरत है मात्र चार पद रिक्त है।
क्या कहते है अधिकारी- इस संबंध में सिविल सर्जन डा मीना कुमारी ने बताया कि संभावित कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखकर जिला स्तर के सभी संभावित एहतियाती इंतजाम किए जा रहे है। शेष कार्य के लिए वरीय पदाधिकारियों से लगातार संपर्क कर मार्गदर्शन लिया जा रहा है। 16 की जगह कई बार के प्रयास के बाद मात्र पांच एमबीबीएस चिकित्सक ही इंटरव्यू में आए जिन्हें नियुक्त कर लिया गया है। दो सदर अस्पताल, दो अनुमंडल अस्पताल व एक की ड्यूटी रामपुर पीएचसी में लगाई गई है।