कैमूर में चावल मिल मालिकों की हड़ताल खत्म

जिला पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी के आग्रह पर राइस मिल एसोसिएशन ने जिले में करीब एक माह से चली आ रही अपनी हड़ताल खत्म कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 11:28 PM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 11:28 PM (IST)
कैमूर में चावल मिल मालिकों की हड़ताल खत्म
कैमूर में चावल मिल मालिकों की हड़ताल खत्म

कैमूर। जिला पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी के आग्रह पर राइस मिल एसोसिएशन ने जिले में करीब एक माह से चली आ रही अपनी हड़ताल खत्म कर दी है। हड़ताल खत्म होने की घोषणा कुदरा के लालापुर बाजार में सोमवार को आयोजित एसोसिएशन की बैठक में की गई। बैठक के बाद इस आशय की जानकारी देते हुए एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने बताया कि जिले के सभी चावल मिल मालिकों को एक दिसंबर से मिल चालू करने और धान की खरीद शुरू करने का एसोसिएशन के तरफ से आदेश जारी कर दिया गया है। बैठक में राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिंह, सचिव विजय प्रसाद गुप्ता, चितरंजन सिंह ब्रजेश सिंह, डबलू सिंह, सौरभ रस्तोगी, इंद्रदेव साह आदि सहित अनेक मिल मालिकों ने हिस्सा लिया। एसोसिएशन की तरफ से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि 28 नवंबर को जिला पदाधिकारी के साथ राइस मिल एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात में जिला पदाधिकारी ने चावल मिल मालिकों की समस्याओं के प्रति गंभीरता जताते हुए उनके समाधान का आश्वासन दिया। साथ ही किसानों की खरीफ फसल को बर्बाद होने से बचाने के लिए हड़ताल समाप्त करने का आग्रह किया। राइस मिल एसोसिएशन की बैठक में इन बातों पर गहन विचार विमर्श किया गया तथा मिल मालिकों ने किसानों के हित में हड़ताल वापस लेने पर सहमति जताई। हालांकि एसोसिएशन की तरफ से कहा गया है कि जब तक विद्युत विभाग के द्वारा नया टैरिफ प्लान वापस नहीं लिया जाता है राइस मिल एसोसिएशन का आंदोलन जारी रहेगा। इस मुद्दे को लेकर न्यायालय से लेकर सड़क तक लड़ाई लड़ी जाएगी। बताते चलें कि राइस मिल एसोसिएशन ने बिजली विभाग के नए टैरिफ प्लान के विरोध में तथा पुराने टैरिफ प्लान को बहाल करने की मांग को लेकर हड़ताल की थी। उसका कहना है कि चावल मिल मालिकों के लिए बिजली विभाग का नया टैरिफ प्लान अन्याय पूर्ण है तथा उससे मिल मालिकों पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है, जिसका नुकसान अंतत: किसानों को भी होगा।

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