आवेदन देने के बाद भी संज्ञान नहीं ले रहे पदाधिकारी

चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के चैनपुर बाजार के वार्ड संख्या नौ की गली में जलजमाव की समस्या का समाधान नहीं हो सका।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 11:19 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 11:19 PM (IST)
आवेदन देने के बाद भी संज्ञान नहीं ले रहे पदाधिकारी
आवेदन देने के बाद भी संज्ञान नहीं ले रहे पदाधिकारी

कैमूर। चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के चैनपुर बाजार के वार्ड संख्या नौ की गली में जलजमाव की समस्या का समाधान नहीं हो सका। जबकि लगभग 25 वर्ष पूर्व ईंटाकरण भी हो चुका है। लेकिन स्थानीय कुछ लोगों के द्वारा निजी भूमि बता कर अतिक्रमण कर लिया गया है। अतिक्रमण के कारण उक्त नाली में इस गर्मी के मौसम में भी जलजमाव है। इससे स्थानीय ग्रामीणों को आने जाने में काफी समस्या उत्पन्न हो रही हैं। घर से निकलने वाला गंदा पानी गली में ही जमा हो रहा है। इससे बदबू निकल रही है और बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है। ग्रामीणों की माने तो इस समस्या को लेकर स्थानीय ग्रामीण प्रखंड व अंचल कार्यालय से लेकर डीएम तक आवेदन दे चुके हैं। बार-बार आवेदन देने के बाद भी अब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो सका। वार्ड संख्या नौ निवासी संतोष कुमार पासवान ने बताया कि उनके घर से ललन पासवान के घर तक 25 वर्ष पूर्व ईंटाकरण हो चुका है। वर्तमान समय में मुखिया के द्वारा जब सात निश्चय योजना के तहत उस गली की पीसीसी ढ़लाई किया जाने लगा तो संतोष राम के घर से संतोष पासवान एवं रामाधार पासवान के घर तक लगभग 60 फीट गली को पीसीसी ढलाई करने पर उस गली के कुछ लोगों के द्वारा यह कहते हुए रोक लगा दी गई कि यह उनकी निजी भूमि है। जबकि यह रास्ता पिछले 25 वर्षों से सभी लोगों का आना जाना रहता है। इस गली को छोड़कर बाकी अन्य गलियों में पीसीसी ढलाई हो चुकी है। लेकिन इस गली में पीसीसी ढलाई नहीं हो पाई, ना ही नाली बन पाई है। जिस वजह से स्थानीय घरों से निकलने वाला गंदा पानी उस गली में ही जमा रहता है। उस रास्ते से ही बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं आती जाती हैं। जिस वजह से कई बार इस गंदे पानी में गिर भी जा रही है। गंदा पानी लगातार एक जगह रहने से पानी से काफी दुर्गंध उठ रही है। इसकी शिकायत चैनपुर थाने में लगने वाले भूमि विवाद निराकरण शिविर में आवेदन देकर की गई थी। जिस पर राजस्व कर्मचारियों के द्वारा स्थल निरीक्षण भी किया गया। बाद में भूमि मापी करा कर मामले के निष्पादन की बात कही गई थी। लेकिन कुछ नहीं हो सका। जिसके उपरांत इनके द्वारा डीएम के पास भी आवेदन दिया गया। आवेदन दिए हुए काफी समय बीत चुका है, लेकिन अभी स्थिति जस की तस है। इस संबंध में चैनपुर सीओ पुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि चकबंदी के एक अमीन के द्वारा अंचल एवं चकबंदी दोनों की मापी की जाती है। समय के अभाव के कारण मापी नहीं हो सकी है। सोमवार को चैनपुर अंचल कार्यालय में दो अमीनों के द्वारा योगदान किया गया है। जल्द ही उक्त भूमि की मापी कराने के उपरांत इस समस्या का समाधान करा दिया जाएगा।

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