रामगढ़ बाजार में गाइडलाइन की उड़ रहीं धज्जियां, प्रशासन बेखबर
कैमूर रामगढ़ में कोरोना से बचाव को लेकर जारी गाइडलाइन का एक भी प्रतिशत अनुपालन नहीं हो रहा है और न ही इसके प्रति प्रशासन में कोई दिलचस्पी दिख रही है।
कैमूर : रामगढ़ में कोरोना से बचाव को लेकर जारी गाइडलाइन का एक भी प्रतिशत अनुपालन नहीं हो रहा है और न ही इसके प्रति प्रशासन में कोई दिलचस्पी दिख रही है। केवल शाम के समय में ध्वनि विस्तारक यंत्र से प्रचार कर कोविड गाइडलाइन का अनुपालन करने की चेतावनी दी जाती है। लेकिन इसका असर लोगों में नहीं दिखता। बाजार में चलने वाले लोग भीड़ में भी मास्क नहीं लगा रहे हैं। कुछ लगा भी रहे हैं तो वे मुंह और नांक के नीचे ही पहन रहे हैं। जिस कारण कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। बाजार के दुर्गा चौक स्थित दुर्गा मंदिर में वासंतिक नवरात्र के अष्टमी तिथि को मंदिर बंद होने के बाद भी महिला श्रद्धालुओं की पूजा पाठ करने को लेकर भीड़ उमड़ पड़ी थी। सुबह पांच बजे से ही मंदिर के दरवाजे के समीप जुट कर चुनरी व नया वस्त्र चैनल गेट में लगाकर पूजा अर्चना की। इस दौरान भीड़ से कोरोना का खतरा लोगों में बना हुआ था। बावजूद दुर्गा चौक पर तैनात पुलिस प्रशासन के लोग इन्हें समझाने में असफल रहे। यह सिलसिला दिन के दस बजे तक चलता रहा। किसी श्रद्धालुओं द्वारा न तो मास्क का प्रयोग हो रहा है और न ही सोशल डिस्टेंसिग का पालन। पूर्व के वर्षों से भी अधिक उत्साह पूजा पाठ को लेकर देखा जा रहा है। गोड़सरा सूर्य सरोवर में स्थापित सूर्य मंदिर में भी दर्शन पूजन को लेकर लोगों का तांता लगा रहा। गांव के देवी मंदिरों में भी नवरात्र के अष्टमी तिथि को पूजा पाठ को लेकर भीड़ देखी गई। घरों में क्लश स्थापना के बाद देवी दुर्गा की आराधना करने में लोग लगे रहे। फिर भी बाजारों में देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ को प्रशासन रोक नहीं पा रहा है। पुलिस प्रशासन की सुस्ती से रामगढ़ में कोरोना गाइडलाइन मजाक बनकर रह गई है। दुर्गा चौक पर तैनात रहने वाले सुरक्षा कर्मी ही जब मास्क नहीं लगा रहे तो वे दूसरों को कैसे इससे रोक सकते हैं। यह आम लोगों में धारणा बनी हुई है। जबकि लोगों को स्वयं इसके प्रति सतर्क व जागरूक रहना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं होना खतरे को आमंत्रण देने वाली बात हो रही है। रामगढ़ में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामले से लोग डरे हुए हैं। फिर भी अधिकतर दुकानदारों की हालत वही है। बाजार के अधिकतर दुकानदार जब मास्क नहीं लगा रहे तो सोशल डिस्टेंसिग का पालन कैसे करेंगे। प्रशासन केवल शाम छह बजे ध्वनि विस्तारक यंत्र से जागरूकता को ले प्रसार कर अपनी जिम्मेदारी का एहसास लोगों को दिलाता है। उसके बाद इसमें किसी प्रकार की गतिविधियां नहीं देखी जाती। इधर रामगढ़ में भी कोरोना बिस्फोट हो चुका है। मंगलवार को आठ कोरोना पॉजिटिव के मामले आने से हड़कंप मच गया है। बावजूद लोग गाइडलाइन का अनुपालन नहीं कर रहे हैं।