कैमूर के करमचट के दुर्गावती जलाशय से पानी छोड़े जाने के चलते नदी में बाढ़ के हालात

भभुआ। जिले के करमचट गांव के पास स्थित दुर्गावती नदी के बांध के जलाशय से पानी छोड़े जाने के चलते नदी में बाढ़ की स्थिति हो गई है। कुदरा के सकरी गांव में स्थित दुर्गावती नदी के बीयर बांध पर पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। नदी में पानी का स्तर इतना अधिक हो गया है कि कुदरा बाजार के पास ग्रामीणों के द्वारा नदी पर बनाए गए दोनों पुल जलमग्न हो गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 11:35 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 11:35 PM (IST)
कैमूर के करमचट के दुर्गावती जलाशय से पानी छोड़े जाने के चलते नदी में बाढ़ के हालात
कैमूर के करमचट के दुर्गावती जलाशय से पानी छोड़े जाने के चलते नदी में बाढ़ के हालात

भभुआ। जिले के करमचट गांव के पास स्थित दुर्गावती नदी के बांध के जलाशय से पानी छोड़े जाने के चलते नदी में बाढ़ की स्थिति हो गई है। कुदरा के सकरी गांव में स्थित दुर्गावती नदी के बीयर बांध पर पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। नदी में पानी का स्तर इतना अधिक हो गया है कि कुदरा बाजार के पास ग्रामीणों के द्वारा नदी पर बनाए गए दोनों पुल जलमग्न हो गए हैं। इससे कुदरा बाजार का दक्षिण के गांवों से संपर्क टूट गया है। नदी में जल राशि बढ़ने से सकरी, जहानाबाद, भरिगावां, घटांव आदि अनेक गांवों के पास निचले हिस्सों में नदी का पानी फैल गया है। भरिगावां गांव चारों ओर से पानी से घिर गया है और गांव के स्कूल परिसर में भी पानी भर गया है। इस संबंध में दुर्गावती जलाशय के कार्यपालक अभियंता राम अवतार राम ने बताया कि दुर्गावती जलाशय में 14 मीटर की ऊंचाई तक आमतौर पर पानी रखा जाता है। लेकिन आसपास के पहाड़ी क्षेत्र में बहुत अधिक बारिश होने के चलते जलाशय में पानी इससे अधिक हो गया था। इस कारण बांध की सुरक्षा के लिहाज से शनिवार को रात के 10:00 बजे के बाद नदी में 1000 क्यूसेक पानी छोड़ना पड़ा। उन्होंने बताया कि यदि और अधिक बारिश नहीं हुई तो सोमवार सुबह तक नदी में पानी का बहाव नियंत्रण में आने की उम्मीद है। इस बीच नदी में बाढ़ को देखते हुए कुदरा में स्थानीय प्रशासन के द्वारा ध्वनि विस्तारक यंत्र से प्रचार कराया जा रहा है कि लोग स्वयं और अपने मवेशियों को नदी से दूर रखें। थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि प्रशासन नदी में बाढ़ को लेकर पूरी तरह से सतर्क है। सुरक्षा की ²ष्टि से नदी के आसपास विभिन्न स्थानों पर चौकीदारों की तैनाती की गई है। ग्रामीणों ने बताया कि रविवार को भोर में 3:00 बजे के बाद नदी में पानी बढ़ना शुरू हुआ तो वह लगातार बढ़ ही रहा है। कुदरा बाजार के प्रमोद कुमार रस्तोगी बताते हैं कि भोर में करीब 3:30 बजे बाजार के लोगों ने नदी की ओर से आ रही कुछ टूटने की तेज आवाज सुनी। नदी के तट पर जाकर देखा तो पता चला कि नदी में बाढ़ आई हुई है तथा पानी के तेज बहाव में बह कर आ रही पेड़ों की टहनियों के टकराने से ग्रामीणों के द्वारा नदी पर बनाए गए पुल की रेलिग टूट गई है। देखते ही देखते पुल के ऊपर से नदी का पानी बहने लगा। उधर प्रखंड के दक्षिणी हिस्से में डेरवां पंचायत क्षेत्र में भी कुछ जगहों पर खेतों में इतना अधिक पानी भर गया कि वह सड़क के ऊपर से बहने लगा। पंचायत के मुखिया राजेश कुमार सिंह ने बताया कि नदी में बाढ़ के अलावा अत्यधिक बारिश से कई इलाकों में खेत जलमग्न हो गए हैं।

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