किसानों को उर्वरक की दरकार,बिस्कोमान के दो किसान सेवा केंद्र बंद
भभुआ जिले के किसानों को फिलवक्त रबी फसल की बोआई के लिए यूरिया आदि उर्वरक की अनिवार्य आवश्यकता है। लेकिन किसानों को उचित मूल्य पर उत्तम क्वालिटी का उर्वरक उपलब्ध कराने वाले बिस्कोमान के चैनपुर च कुदरा के दो किसान सेवा केंद्र अब भी बंद है।
भभुआ: जिले के किसानों को फिलवक्त रबी फसल की बोआई के लिए यूरिया आदि उर्वरक की अनिवार्य आवश्यकता है। लेकिन किसानों को उचित मूल्य पर उत्तम क्वालिटी का उर्वरक उपलब्ध कराने वाले बिस्कोमान के चैनपुर च कुदरा के दो किसान सेवा केंद्र अब भी बंद है। उल्लेखनीय है कि किसानों को सही दर पर उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए जिले में बिस्कोमान के नौ किसान सेवा केंद्र खोले गए हैं। इसमें से चैनपुर व कुदरा के केंद्र विगत कई महीने से बंद रहने से संबंधित केंद्र से जुड़े हजारों की संख्या में किसान दर- दर भटकने को मजबूर हैं। किसानों को फिलवक्त उर्वरक नहीं मिलने से उनके रबी की फसल बर्बाद हो जाएगी। क्षेत्र के किसान उक्त केंद्रों को खोलवाने के लिए कृषि विभाग का चक्कर लगाते- लगाते थक गए हैं। हांलाकि इस संबंध में पूछे जाने पर जिला कृषि पदाधिकारी ललिता प्रसाद ने बताया कि कृषि निदेशक की जांच में उक्त केंद्रों में काफी अनियमितता पाए जाने पर उसे फर्टिलाइजर एक्ट 1985 के अंतर्गत उन्हें बंद कर दिया गया है। वैसे किसानों की समस्या को देखते हुए वरीय पदाधिकारियों को निर्देश मिलने पर इन केंद्रों को पुन: क्रियाशील कराने का प्रयास किया जाएगा। उल्लेखनीय तथ्य यह है कि जब उक्त केंद्र में अनियमितता पाई गई तो उन्हें बंद कर देना अच्छी बात है। लेकिन किसान सेवा बंद करना कृषि समस्या का स्थायी समाधान नहीं है। नियमत: विभाग को जांच के बाद संबंधित दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए नई व्यवस्था के तहत कृषक हित में किसान सेवा केंद्र को चालू कराया जाना चाहिए था। लेकिन कतिपय कारणों से अब तक ऐसा नहीं हो सका। इसके चलते उक्त केंद्र से जुड़े किसान उर्वरक के लिए परेशान है। पैक्स प्रभारी सहकारिता मंच सह बिस्कोमान के जिला प्रतिनिधि ददन द्विवेदी ने जिलाधिकारी व कृषि निर्देशक के साथ बिस्कोमान के अध्यक्ष तथा प्रदेश के सहकारिता मंत्री से कृषक हित में चैनपुर व कुदरा के बंद पड़े किसान सेवा केंद्रों को खोलवाने की मांग की है।