कैमूर के कुदरा में पोखर की जमीन से हटाया गया अतिक्रमण

प्रशासन के द्वारा थाना क्षेत्र अंतर्गत पचपोखरी पंचायत के चंडुई गांव में पोखर की जमीन पर से शनिवार को अतिक्रमण हटाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 11:46 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 11:46 PM (IST)
कैमूर के कुदरा में पोखर की जमीन से हटाया गया अतिक्रमण
कैमूर के कुदरा में पोखर की जमीन से हटाया गया अतिक्रमण

कैमूर। प्रशासन के द्वारा थाना क्षेत्र अंतर्गत पचपोखरी पंचायत के चंडुई गांव में पोखर की जमीन पर से शनिवार को अतिक्रमण हटाया गया। अंचलाधिकारी राजीव कुमार ने जेसीबी मशीन के साथ गांव में पहुंचकर यह कार्रवाई की। उनके साथ मातहत कर्मी व पुलिस के जवान मौजूद थे। कार्रवाई के तहत जेसीबी मशीन से उन मकानों व झोपड़ियों को गिराया गया जिन्हें पोखर की जमीन का अतिक्रमण कर खड़ा किया गया था। इस संबंध में अंचलाधिकारी ने बताया कि लोक शिकायत निवारण के तहत गांव में पोखर की सर्वसाधारण आनाबाद जमीन पर से अतिक्रमण हटाने का आदेश पारित हुआ था। मामले को लेकर अंचल कार्यालय में भी अतिक्रमणवाद चल रहा था। संबंधित लोगों को अतिक्रमण हटाने के लिए पूर्व में नोटिस दी गई थी, जिसका अनुपालन नहीं किए जाने पर प्रशासन को खुद अतिक्रमण हटाना पड़ा। मिली जानकारी के मुताबिक कुल 19 लोगों पर अतिक्रमणवाद चल रहा था, जिन्होंने खाता संख्या 121 के विभिन्न प्लॉटों पर अवैध तरीके से मकान झोपड़ी आदि बना ली थी। जिन लोगों पर अतिक्रमणवाद चल रहा था उनमें हरिद्वार पासवान, जगनारायण पासवान, नंदू पासवान, राम सकल पासवान, श्री किशुन पासवान, राधे कुशवाहा, तुलसी महतो, झेंगा महतो, ललन सिंह, पूजन यादव, कुंवर सिंह, काशी पासवान, प्रमोद महतो, सुनील पासवान, अवधेश पासवान, राम नारायण पासवान, शिव शंकर पासवान, लालजी राम शामिल बताए गए हैं। अंचलाधिकारी ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के दौरान ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें समझाया भी गया कि जीवन व पर्यावरण के संरक्षण के लिए जलाशयों को बचा कर रखना कितना जरूरी है। तालाब, पोखर, रास्ते आदि की जमीन के अतिक्रमण की इजाजत नहीं दी जा सकती है। इनके अतिक्रमण के चलते पर्यावरण को हानि होने के साथ-साथ आम लोगों को परेशानी भी होती है। अंचलाधिकारी ने कहा कि अंचल के अन्य गांवों में जहां तालाब, पोखर आदि का अतिक्रमण किया गया है उसे हटाकर जलस्त्रोतों का संरक्षण किया जाएगा।

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