यास का असर: जिले में जमकर हुई बारिश

भभुआ जिले में यास चक्रवात का असर देखने को मिला। बुधवार की देर शाम जिले में जमकर बारिश हुई। लगभग दो घंटा जमकर बारिश होने के बाद रिमझिम बारिश पूरी रात होती रही। इसके बाद गुरुवार की सुबह से ही शुरू हुई बारिश पूरे दिन होती रही। इससे मौसम में पूरी तरह नमी आ गई। मौसम के जानकारों के अनुसार बिहार में यास चक्रवात कैमूर जिले से ही प्रवेश करेगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 May 2021 12:22 AM (IST) Updated:Fri, 28 May 2021 12:22 AM (IST)
यास का असर: जिले में जमकर हुई बारिश
यास का असर: जिले में जमकर हुई बारिश

भभुआ : जिले में यास चक्रवात का असर देखने को मिला। बुधवार की देर शाम जिले में जमकर बारिश हुई। लगभग दो घंटा जमकर बारिश होने के बाद रिमझिम बारिश पूरी रात होती रही। इसके बाद गुरुवार की सुबह से ही शुरू हुई बारिश पूरे दिन होती रही। इससे मौसम में पूरी तरह नमी आ गई। मौसम के जानकारों के अनुसार बिहार में यास चक्रवात कैमूर जिले से ही प्रवेश करेगा। इस दौरान 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलेगी और बारिश भी होगी। इस सूचना से कैमूर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। प्रशासन के द्वारा जिले के लोगों से तूफान से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन का अनुपालन करने की अपील की गई है। हालांकि कैमूर जिले में बारिश के साथ हवा नहीं चली। इससे काफी राहत रही। हालांकि लगातार बारिश होने के चलते जिले के लगभग सभी प्रखंडों में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई।

प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन में बताया गया है कि तूफान में तेज हवा, वज्रपात, भारी बारिश होने की संभावना है। ऐसे में पेड़ गिरने, बिजली आपूर्ति बाधित होने, निचले इलाकों में जलजमाव होने, मिट्टी युक्त घरों के गिरने तथा फसल क्षति के अलावा मोबाइल टावर के नुकसान होने की आशंका जताई गई है। इससे बचाव के लिए लोगों से पेड़ों के नीचे तथा कमजोर आधारभूत संरचनाओं के नीचे शरण नहीं लेने तथा न हीं पशुओं को वहां पर रखने की बात कही गई है। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं अन्य अस्पतालों में चिकित्सीय सुविधा, प्राथमिक उपचार एवं जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता तथा अस्पतालों के एंबुलेंस तैयार किया गया है। सभी स्वास्थ्य कर्मियों व थाना को भी अलर्ट मोड में रहने के लिए निर्देश दिया गया है। प्रखंड स्तर के नियंत्रण कक्ष 24 घंटा पर सक्रिय कर पंचायत प्रतिनिधियों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों समाजसेवियों का मोबाइल नंबर पर भी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। प्रखंड एवं अंचल स्तर पर राहत एवं बचाव दल का गठन किया गया है। यदि किसी प्रकार की क्षति कृषि क्षति, मिट्टी के घर गिरने, पशु के क्षति होने पर उसका आकलन एवं फोटो कराकर आपदा विभाग को सूचित करने के लिए भी निर्देश दिया गया है। लोगों को जानकारी दी जा रही है कि अत्यधिक वर्षा और वज्रपात होने की आशंका है ऐसे में पक्के घरों में लोग शरण ले। खिड़की, दरवाजे, बरामदे के समीप तथा छत पर न जाएं। सफर के दौरान अपने वाहन में ही बने रहे। समूह में न खड़ा होकर बल्कि अलग-अलग खड़ा हों।

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