रैक नहीं लगने से मोहनियां बाजार समिति का गोदाम फुल

जिले में धान खरीदारी का कार्य अब भी कच्छप गति से ही चल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 05:08 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 05:08 PM (IST)
रैक नहीं लगने से मोहनियां बाजार समिति का गोदाम फुल
रैक नहीं लगने से मोहनियां बाजार समिति का गोदाम फुल

कैमूर। जिले में धान खरीदारी का कार्य अब भी कच्छप गति से ही चल रहा है। सरकार के आदेश के अनुसार 31 जनवरी तक ही धान खरीदारी करनी है। जबकि सोमवार तक लगभग डेढ़ लाख एमटी धान की खरीदारी हो सकी है। ऐसे में सरकार के अनुसार निर्धारित तिथि में मात्र 13 दिन शेष रह गए है। कैमूर जिला को धान खरीदारी का लक्ष्य तीन लाख 60 हजार एमटी दिया गया है। अब 13 दिन में शेष धान की खरीदारी कैसे होगी।

यह एक यक्ष्य प्रश्न है। इधर एक नई समस्या आ गई है। पैक्स अध्यक्षों के द्वारा अब एसएफसी पर ही आरोप लगाया जा रहा है कि जानबूझ कर धान खरीदारी प्रभावित की जा रही है। जिला पैक्स एसोसएशिन के अध्यक्ष सह मींव पैक्स अध्यक्ष ददन द्विवेदी ने बताया कि जिले में पैक्स के माध्यम से धान की खरीदारी की जा रही है। सभी पैक्सों को मिल से टैग भी कर दिया गया है। लेकिन एसएफसी अपना गोदाम खाली नहीं कर रहा है। इसके पीछे क्या वजह है यह तो एसएफसी के पदाधिकारी ही बता पाएंगे।

उन्होंने बताया कि निवर्तमान डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी द्वारा ही पिछले वर्ष मोहनियां बाजार समिति के गोदाम को खाली कराने के लिए आठ रैक लगाने का निर्देश दिया गया था। लेकिन अब तक एक रैक भी नहीं लग सका। मोहनियां एसएफसी के गोदाम बाजार समिति में दो लाख 75 हजार क्विटल अनाज को रखने की क्षमता है। जो सभी फुल है। ऐसे में अब मिल का चावल कहां जाएगा। जब मिल का चावल गोदाम में नहीं जाएगा तो मिल का गोदाम भी फूल हो जाएगा। तब मिल पर पैक्स का धान नहीं जाएगा। ऐसे में पैक्स का गोदाम भी फूल हो जाएगा। तब पैक्स कैसे धान खरीदेंगे। ऐसे में धान खरीदारी पैक्सों पर बंद हो जाएगी। जिससे लक्ष्य को पूरा कर पाना मुश्किल है। इस संबंध में एसएफसी के डीएम के संतोष कुमार सिंह ने कहा कि एक-दो दिन में रैक लगेगी। कैमूर से रैक बिहार के मोतिहारी, बेतिया और मधुबनी भेजा जाएगा।

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