बारिश के बाद डेंगू को ध्यान में रखते हुए लोग रहें सचेत

बंगाल की खाड़ी से उठे तूफान का असर अब कैमूर में धीरे धीरे समाप्त हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 30 May 2021 04:58 PM (IST) Updated:Sun, 30 May 2021 04:58 PM (IST)
बारिश के बाद डेंगू को ध्यान में 
रखते हुए लोग रहें सचेत
बारिश के बाद डेंगू को ध्यान में रखते हुए लोग रहें सचेत

कैमूर। बंगाल की खाड़ी से उठे तूफान का असर अब कैमूर में धीरे धीरे समाप्त हो रहा है। रविवार को मौसम में नमी रही। धूप नहीं निकला। लेकिन तूफान के टलने के बाद अब सेहत पर भी नजर रखनी होगी। दरअसल तूफान के बाद कई जगहों पर पानी जमा हो गया है। ऐसे में वहां से डेंगू व मलेरिया जैसे मच्छर पैदा होते है। उसके बाद लोगों के सेहत पर असर पड़ना शुरू होगा। कोरोना के साथ साथ अन्य बीमारियों को भी गंभीरता से लेते हुए सेहत की देखभाल करनी होगी। बारिश के दौरान मच्छरों के बढ़ने से मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है। बारिश के बाद तापमान में बार-बार बदलाव की वजह से डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में सावधानी रखना जरूरी है। बुखार को अक्सर लोग वायरल फीवर समझ लेते हैं, और कभी-कभी डेंगू या मलेरिया के मरीज की स्थिति बिगड़ जाती है। अगर किसी भी तरह की दिक्कत लगे तो तत्काल अस्पताल पहुंच कर सबसे पहले कोरोना की जांच कराएं। उसके बाद अन्य बीमारियों के लिए ब्लड जांच कराने के बाद चिकित्सीय परामर्श के अनुसार दवाईयां लें। वायरल समझ कर टालना बाद में खतरनाक साबित हो सकता है।

बारिश के मौसम में सबसे ज्यादा ठहरे हुए पानी में मच्छर पैदा होने की आशंका रहती है। डेंगू और चिकनगुनिया का मच्छर साफ पानी में और मलेरिया का गंदे पानी में पैदा होता है। हर जगह पानी को पूरी तरह ढककर रखें। कूलर, बाथरूम, किचन आदि में जहां पानी रूका रहता है, वहां दिन में एक बार मिट्टी का तेल या मच्छर भगाने वाले स्प्रे डाल सकते है।

चिकित्सीय सलाह जरूरी -

अगर 102 डिग्री तक बुखार है, और कोई और लक्षण जैसे बेचैनी, चक्कर, लगातार उलटी, खून आना आदि हैं तो मरीज को तत्काल चिकित्सीय परामर्श की जरूरत है। इसके अलावा बुखार आने के बाद जांच के बाद ही कोई दवाईयां लेनी होगी। मरीज के माथे पर पानी की पट्टियां रखें। पट्टियां तब तक रखें, जब तक शरीर का तापमान कम न हो जाए। अगर 102 डिग्री से ज्यादा बुखार, आंखों में तेज दर्द, पेट में तेज दर्द, चक्कर आना, बार-बार उलटी आना, नाक, मसूढ़ों, कान या शौच में खून आना, बेहद कमजोरी महसूस करना या बेहोशी आना, तो भी तुरंत डॉक्टर के पास ले जाकर इलाज कराने चाहिए।

- डेंगू बुखार के लक्षण -

- तेज बुखार और प्लेटलेट्स का कम होना

- सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द

- बहुत ज्यादा कमजोरी लगना, भूख न लगना और बेचैनी जैसा महसूस होना

- शरीर खासकर चेहरे, गर्दन और छाती पर, लाल - गुलाबी रंग के धब्बा आना

- मलेरिया बुखार का लक्षण -

- कंपकंपी और ठंड के साथ तेज बुखार आना

- 104 -105 डिग्री तक तेज बुखार आना

- उलटी, कमजोरी, चक्कर आना और जी मिचलाना

- जोड़ों में दर्द नहीं, लेकिन सिर दर्द और शरीर दर्द

वायरल बुखार का लक्षण -

- तेज बुखार

- खांसी, गला खराब और नाक बहना

- सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द ।

chat bot
आपका साथी