आरटीआइ कार्यकर्ता ने शराब धंधेबाज को पकड़ा, दो भागे
स्थानीय थाना से मात्र पांच सौ मीटर की दूरी पर सोमवार की शाम ग्राम बहेरा के रेलवे अंडर पास के पास बहेरा गांव के आरटीआइ कार्यकर्ता ने शराब के एक धंधेबाज को पकड़ा तथा उसके दो साथी अपनी मोटरसाइकिल छोड़ कर भाग निकले।
स्थानीय थाना से मात्र पांच सौ मीटर की दूरी पर सोमवार की शाम ग्राम बहेरा के रेलवे अंडर पास के पास बहेरा गांव के आरटीआइ कार्यकर्ता ने शराब के एक धंधेबाज को पकड़ा तथा उसके दो साथी अपनी मोटरसाइकिल छोड़ कर भाग निकले। इस बात की सूचना जब आरटीआइ कार्यकर्ता ठाकुर मल्लाह ने स्थानीय पुलिस को दी तो पुलिस इतनी कम दूरी पर एक घंटे बाद पहुंची और तुरंत बाद अपनी गाड़ी को वहीं से घुमा कर चल दी। जिससे यह पता चलता है कि पुलिस विभाग लापरवाह है। सोचने वाली बात तो यह है कि पुलिस धंधेबाज को पकड़ने की बजाय सूचना देने वाले को ही धमकाने लगी। इसके बाद काफी संख्या में ग्रामीण भी आ गए। पुलिस को पहुंचने में काफी विलंब होते देख आरटीआइ कार्यकर्ता ने एसपी से स्थानीय थानाध्यक्ष की शिकायत की। इसके बाद ग्रामीणों की मदद से पकड़े गए धंधेबाज व बिना नंबर प्लेट की बाइक को धकेलते हुए थाना पर ले जाने लगे। डहला गांव के पास जब ग्रामीण पहुंचे तो उधर से पुलिस आ रही थी। तब ग्रामीणों ने धंधेबा•ा व उसकी बाइक को सुपुर्द किया। दो धंधेबा•ा आरटीआइ कार्यकर्ता को रेलवे ट्रैक के बीच में पटक कर भाग गए। इसके बाद भी जान को जोखिम में डालकर एक धंधेबाज को अंत तक पकड़े रहे। खबर लिखे जाने तक बहेरा गांव के ग्रामीणों ने बताया कि तीनों धंधेबाज सावठ गांव के हैं। जिसमें पकड़ा गया युवक अपने को विद्या यादव का पुत्र बता रहा था।