सीएसपी दिलाने के नाम पर 3.27 लाख ठगी करने वाला गिरफ्तार

थाना क्षेत्र के मदुरना गांव निवासी शिलनिधि श्रीवास्तव से साइबर अपराधियों के द्वारा सीएसपी दिलाने के नाम पर 3.27 लाख रुपये ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Mar 2021 05:54 PM (IST) Updated:Sat, 27 Mar 2021 06:37 PM (IST)
सीएसपी दिलाने के नाम पर 3.27  लाख ठगी करने वाला गिरफ्तार
सीएसपी दिलाने के नाम पर 3.27 लाख ठगी करने वाला गिरफ्तार

कैमूर। थाना क्षेत्र के मदुरना गांव निवासी शिलनिधि श्रीवास्तव से साइबर अपराधियों के द्वारा सीएसपी दिलाने के नाम पर 3.27 लाख रुपये ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है।

इस मामले में अनुसंधानकर्ता एसआइ रामरतन पंडित ने बताया कि उक्त मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जिसके बाद अनुसंधान प्रारंभ था। अनुसंधान के क्रम में उत्तर प्रदेश के जिला देवरिया, थाना खामपार, ग्राम बखरी बाजार निवासी नितेश कुशवाहा पिता जगन्नाथ कुशवाहा को मामले में संलिप्त पाए जाने पर गिरफ्तार किया गया। जिसे शुक्रवार की रात उसके निवास स्थान से गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ के बाद शनिवार को भभुआ न्यायिक हिरासत में पेश किया गया है। अनुसंधान अभी जारी है। बता दें कि वर्ष 2019 में इंटरनेट पर शिलनिधि श्रीवास्तव को एक सीएसपी संस्था जिसका नाम सेव सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के नाम से दर्ज था उसकी सीएसपी देने की बात कहीं गई थी एवं उस पर एक नंबर भी दिया गया था। उस नंबर पर जब इनके द्वारा कॉल किया गया तो उधर से अन्य सामान एवं सिक्यूरिटी मनी के रूप में तीन लाख रुपये की डिमांड की गई थी। जिसे अलग-अलग किस्तों में ऑनलाइन पेमेंट किया गया। जिसके बाद कुछ अन्य खर्चों को लेकर 27 हजार और ऑनलाइन पेमेंट किया गया। ठगों द्वारा शिलनिधि श्रीवास्तव को बताया गया कि सीएसपी के संचालन में कंपनी के द्वारा लगातार सपोर्ट किया जाता है। मकान का भाड़ा एवं उस सीएसपी में कार्य करने वाले कर्मी को भी मानदेय सेव सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा ही दिया जाता है। झांसे में आकर युवक के द्वारा पैसे का भुगतान तो कर दिया गया लेकिन लंबा समय बीत जाने के बाद भी इन्हें सीएसपी संचालन के लिए कंपनी की तरफ से मिलने वाला कोड एवं सामग्री उपलब्ध नहीं कराई गई। जिसके बाद इन्हें एहसास हुआ कि यह ठगी के शिकार हो चुके हैं। इसके बाद इनके द्वारा चैनपुर थाने में मामले से संबंधित प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

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