बैशाख से पहले सुख गये चापानल

जमुई। बैशाख के पहले ही कुआं एवं चापाकल सुखना शुरू हो गया हैं। माघ महीने में ही कई गांव में पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Feb 2019 07:54 PM (IST) Updated:Sun, 17 Feb 2019 07:54 PM (IST)
बैशाख से पहले सुख गये चापानल
बैशाख से पहले सुख गये चापानल

जमुई। बैशाख के पहले ही कुआं एवं चापाकल सुखना शुरू हो गया हैं। माघ महीने में ही कई गांव में पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है। केशोपुर पंचायत के सीतुचक गांव में पानी के लिए एक किलोमीटर का दूरी तय करना पड़ता है। लगभग तीन सौ की आबादी वाले सीतुचक गांव में दो दर्जन से अधिक चापानलों ने पानी उगलना बंद कर दिया हैं। यहां के लोगों को केशोपुर या रामदासपुर गांव के सहारे रहना पड़ रहा हैं। सुबह होते ही गांव की महिलाएं एवं पुरूष पानी के लिए दूसरे गांव निकल जाते हैं ग्रामीणों ने एक हस्तायुक्त आवेदन प्रखंड विकास पदाधिकारी धर्मवीर कुमार प्रभाकर को देते हुए पानी की व्यवस्था कराने का गुहार लगाई है। पंचायत समिति सदस्य मुकेश पासवान, वार्ड सदस्य श्रवण कुमार, संजय रावत, दिग्विजय कुमार रावत, सतीश पंडित, राजेश रावत, संतोष रावत, राहुल कुमार, अशोक दास सहित दर्जनों ग्रामीणों ने कहा कि पंचायत के वार्ड नम्बर 10 सीतुचक में सभी चापानल सुख गया हैं। पानी के लिए त्राहिमाम है। प्रखंड विकास पदाधिकारी धर्मवीर कुमार प्रभाकर ने बताया कि हर घर नल योजना में अभी वार्ड का चयन नहीं हुआ है। मार्च महीने में वार्ड का चयन कर प्रत्येक घर में पानी उपलब्ध कराया जाएगा। जिसकी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।

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