सवारी की जान नाबालिग के हाथ
संवाद सहयोगी जमुई ई-रिक्शा में बैठकर अपने दैनिक कार्य से एक जगह से दूसरी जगह जाने वाले लोग संभलकर यात्रा करें। परिवहन विभाग के नियमों को ताक पर रखकर नाबालिग चालकों के हाथ स्टेरिंग है। ये नाबालिग चालक सवारी की जान की परवाह किए बिना कान में हेडफोन लगाकर अथवा मोबाइल पर बात करते हुए बेतरतीब से वाहन चलाते हुए देखे जा सकते हैं।
फोटो- 01 जमुई- 4
अनदेखी
- परिवहन विभाग अथवा पुलिस प्रशासन का नहीं है भय
- 25 हजार रुपये जुर्माना का प्रविधान किया गया
संवाद सहयोगी, जमुई : ई-रिक्शा में बैठकर अपने दैनिक कार्य से एक जगह से दूसरी जगह जाने वाले लोग संभलकर यात्रा करें। परिवहन विभाग के नियमों को ताक पर रखकर नाबालिग चालकों के हाथ स्टेरिंग है। ये नाबालिग चालक सवारी की जान की परवाह किए बिना कान में हेडफोन लगाकर अथवा मोबाइल पर बात करते हुए बेतरतीब से वाहन चलाते हुए देखे जा सकते हैं।
ऐसा प्रतीत होता है कि इन्हें परिवहन विभाग अथवा पुलिस प्रशासन के नियम या कानून का कोई भय नहीं है। इन्हें न तो परिवहन विभाग अथवा जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए किसी नियम से कोई लेना देना है, जबकि राज्य सरकार के परिवहन विभाग द्वारा 18 वर्ष से कम उम्र वालों के वाहन चलाने पर 25 हजार रुपये जुर्माना का प्रविधान किया गया है। इसके बावजूद जिला प्रशासन टोटो चलाने वाले इन नाबालिग चालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिसके कारण शहर के अलग-अलग मार्गों पर प्रत्येक दिन टोटो चलाने वाले नाबालिग चालकों की संख्या बढ़ते जा रही है। शहर के अलग-अलग हिस्सों में अक्सर इन नाबालिग चालकों के बेतरतीब ढंग से वाहन संचालन के कारण जाम भी लग जाता है। इससे लोगों को परेशानी भी उठानी पड़ती है। 28 नवंबर को परिवहन विभाग द्वारा बोधवन तालाब के पंकज कुमार के नाबालिग पुत्र पर वाहन चलाने के एवज में 25 हजार रुपये जुर्माना वसूल किया था। इसके पश्चात परिवहन विभाग का यह अभियान सुस्त पड़ गया। ऐसे में यह सोचने वाली बात है कि अगर नाबालिग टोटो चालकों के हाथ से कोई बड़ी दुर्घटना घट जाती है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा।
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कोट
नाबालिग टोटो चालकों के खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा शीघ्र ही अभियान चलाया जाएगा। राज्य सरकार के परिवहन विभाग के निर्देशानुसार इनसे भी समुचित जुर्माना भी वसूल किया जाएगा।
अनुज कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी, जमुई